IPS अफसर सुजीत पांडेय ने लखनऊ के पहले पुलिस कमिश्नर का पद संभाल लिया है । इसके साथ ही उनका नाम इतिहास में दर्ज हो गया. क्योंकि उत्तर प्रदेश के लखनऊ और नोएडा में पहली बार कमिश्नर सिस्टम लागू किया गया है ।
कौन हैं सुजीत पांडेय
सुजीत पांडे 1994 बैच के आईपीएस अफसर हैं. वे मूल रुप से बिहार के भागलपुर के रहने वाले हैं. उनका जन्म 1 अगस्त 1968 को बिहार की राजधानी पटना में हुई थी. उनके पिता का नाम नरेंद्र कुमार पांडेय है. उनके पिता नरेंद्र कुमार पांडेय बिहार कैडर के IASअधिकारी थे.
1994 में IPS अफसर बने
सुजीत पांडे की शुरुआती पढ़ाई पटना से ही हुई. उन्होंने इतिहास में पोस्टग्रेजुएश की डिग्री हासिल की. इसके बाद 1994 में वे IPS के लिए चयनित किए गए . जिसके बाद 04 सितंबर 1994 को सर्विस ज्वाइन की थी।
12 जिलों में SP रहे
सुजीत पांडेय उत्तर प्रदेश के 12 से अधिक जिलों की कमान संभाली है। सुजीत पांडेय आईजी एसटीएफ की चार्ज भी संभाल चुके हैं। कुछ जानकारों के मुताबिक पूर्व डीजीपी सुलखान सिंह के समय में कुछ अंदरूनी विवाद के चलते आईपीएस सुजीत पांडेय को साइड लाइन कर दिया गया था। जिसके बाद उन्हें ADG प्रयागराज बनाया गया था
7 साल सीबीआई में रहे
सुजीत पांडेय सीबीआई में सात साल तैनात रहे हैं। इन्होंने बॉम्बे ब्लास्ट, नंदी ग्राम समेत अन्य कई बड़े बम ब्लास्ट मामलों पर काम किया है। इनके सर्विस रिकॉर्ड को देखते हुए उत्तर प्रदेश के डीजीपी ओमप्रकाश सिंह ने इनपर विश्वास जताया है और इन्हें लखनऊ का पहला पुलिस कमिश्नर बनाया गया है .
पुलिस कमिश्नर बनने पर क्या कहा
लखनऊ के पहले पुलिस कमिश्नर बनकर इतिहास रचने वाले सुजीत पांडेय ने कहा कि पुलिस आयुक्त प्रणाली प्रदेश के लिए एक बड़ा बदलाव है। सरकार ने उन पर जो भरोसा जताया है उस पर वे खरा उतरने की कोशिश करेंगे। सुजीत पांडेय ने कहा कि उनकी और टीम की पूरी कोशिश होगी कि नागरिक केंद्रित सेवाओं में और सुधार किया जाए। यूपी 112, यूपी कॉप एप जैसी जन सुविधाओं को और बेहतर करने के प्रयास किए जाएंगे।
उन्होंने कहा कि इन सबके लिए उन्हें और अधिक मेहनत करनी होगी। नई व्यवस्था लागू होने के साथ ही नई जिम्मेदारियां मिल रही हैं। इससे चुनौतियां बढ़ जाती हैं।