बिहारशरीफ के खंदकपर में रविवार को साहित्यकारों का जमघट लगा। सुदामा परमेश्वर साहित्य संस्थान के विवेकानंद सभागार में आयोजित नालंदा जिला हिंदी साहित्य सम्मेलन में कई साहित्यकारों और कवियों ने हिस्सा लिया। इस मौके पर साहित्यकार सुबोध कुमार सिंह, लाल बाबू सिंह, राजेंद्र प्रसाद और कवयित्री सुहानी कुमारी को सम्मानित किया गया। साथ ही इनकी सवेरा-2018 का विमोचन भी किया गया। सवेरा 2018 में जिले के कई साहित्यकारों और कवियों की रचनाओं को समाहित किया गया है। विमोचन कार्यक्रम का संचालन मगही के जाने माने कवि उमेश प्रसाद उमेश ने किया। सम्मेलन में मगही कवि उमेश प्रसाद उमेश, साहित्यप्रेमी कवि राकेश बिहारी शर्मा, साहित्यकार अविनाश कुमार श्रीवास्तव, कवि रोहित शर्मा, कवि रंजीत कुमार स्नेही, कवि राकेश बहादुरपुरी नुतन कुमारी, कवि जयराम देवशपुरी, कृष्ण दास, डॉ. गोपालशरण सिंह, शायर बेनाम गिलानी, भारत मानस, सुभाष चंद्र पासवान, बचनी देवी, महेंद्र कुमार विकल ने भी हिस्सा लिया। इस मौके पर नालंदा जिला हिन्दी साहित्य सम्मेलन के अध्यक्ष डॉ. दयानंद प्रसाद ने कहा कि ‘सवेरा-2018’ हमारी धरोहर है। इसके लिए सभी को निरंतर प्रयासरत रहना चाहिए। तो वहीं साहित्यकार लाल बाबू सिंह ने कहा कि लेखनी जितनी दमदार होगी उतने ही दमदार तरीके से आप अपना संदेश लोगों तक पहुंचा सकते हैं। साथ ही उनका कहना था कि साहित्य के जरिए ही समाज की बुराइयों को सामने लाया जा सकता है। वहीं, सुबोध कुमार सिंह ने कहा कि समाज में नया सवेरा की नींव साहित्य ही रखता है। उनका कहना था कि हमारा साहित्य जितना विकसित होगा समाज उतनी ही तेजी से विकास करेगा।
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