नालंदा जेडीयू के एक नेता के बेटे की खून से लथपथ लाश मिली है। जिसके बाद इलाके में सनसनी फैल गई. रहुई के जेडीयू प्रखंड अध्यक्ष विनोद मुखिया के बेटे आयुष की लाश उसके कमरे में पड़ी थी.
क्या है पूरा मामला
रहुई प्रखंड के जेडीयू अध्यक्ष विनोद मुखिया का बेटा आयुष पटना में रहकर बैंकिंग और दूसरे कंपटिशन की तैयारी करता था. वो पटना के राजेंद्र नगर स्थित कांटी फैक्टरी मे एक किराए के मकान में रहता था.
खून से लथपथ पड़ी थी लाश
आयुष की लाश उसके कमरे में पड़ी थी. सिर से खून निकल रहा था और हाथ में पिस्टल फंसा था. पुलिस ने इसे प्रथम दृष्टया आत्महत्या का केस माना
पोस्टमॉर्टम के बाद मामला और फंसा
आयुष के शव को पोस्टमार्टम के लिए पटना पुलिस पीएमसीएच ले गई. जहां पोस्टमॉर्टम के दौरान डॉक्टर ने बताया कि शरीर से खून तो निकला है लेकिन गोली नहीं है.
पीएमसीएच पहुंची एसएसपी
पोस्टमॉर्टम के बाद डॉक्टरों की रिपोर्ट के बारे में जैसे ही पटना की एसएसपी गरिमा मलिक को पता चला . वैसे ही वो पीएमसीएच जा पहुंची. मामला हाईप्रोफाइल है.. इसलिए एसएसपी ने इस सिलसिले में फिर डॉक्टरों से बात की. जिसके बाद डॉक्टरों ने बताया कि गोली युवक के सिर में फंसी है . जिसके बाद एसएसपी ने इसे प्रथम दृष्टया खुदकुशी की बात कही
पिता ने जताई हत्या की आशंका
वहीं, जेडीयू नेता और पीड़ित पिता विनोद मुखिया ने बेटे की हत्या की आशंका जताई है और मामले की उच्च स्तरीय जांच कराने की मांग की है । विनोद मुखिया का कहना है कि उनके बेटे ने खुदकुशी नहीं की है बल्कि किसी ने हत्या कर उसके हाथ में पिस्तौल थमा दिया है .
आवाज किसी ने क्यों नहीं सुनी
पुलिस जहां इसे सुसाइड का मामला बता रही है हालांकि अब तक कोई सुसाइड नोट भी नहीं मिला है . जबकि परिजन इसे हत्या बता रहे हैं. लेकिन सवाल ये भी उठता है कि अगर उसने खुदकुशी की है तो गोली की आवाज किसी को सुनाई क्यों नहीं दी .
गांव में पसरा मातम
जैसे ही आयुष का पार्थिव शरीर उसके पैतृक गांव निजाय लागया गया वहां मातम पसर गया. बड़ी संख्या में लोग पहुंचकर पीड़ित परिवार को ढांढस बंधाया.
सांसद समेत कई बड़े नेता पहुंचे
विनोद मुखिया के बेटे की हत्या की खबर सुनते ही नालंदा के सांसद कौशलेंद्र कुमार भी उनके पैतृक गांव निजॉय पहुंचे और परिजनों को ढांढस बंधाया. कौशलेंद्र कुमार के अलावा बिहारशरीफ के विधायक डॉक्टर सुनील, जेडीयू नेता अशगर शमीम, जेडीयू नेता विपिन यादव, बीजेपी उपाध्यक्ष अविनाश सिंह,जेडीयू नेता शशिकांत टोनी,रहुई बीजेपी अध्यक्ष मुकेश कुमार,विजय सिंह मुखिया, रंजीत यादव समेत तमाम कार्यकर्ता पहुंचे और दुख की घड़ी में परिवार का हौसला बढ़ाया.
आपको बता दें कि विनोद मुखिया को आरसीपी सिंह का करीबी माना जाता है और वे शनिवार को ही रहुई से निर्विरोध जेडीयू के प्रखंड अध्यक्ष चुने गए थे ।