
नालंदा पुलिस ने सिलाव नगर परिषद के वार्ड पार्षद पति चितरंजन सिंह हत्याकांड की गुत्थी सुलझा ली है। वारदात के 72 घंटे के अंदर पुलिस ने दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। जिसमें एक बिहारशरीफ का रहने वाला है जबकि दूसरा नालंदा थाना क्षेत्र का रहने वाला है। साथ ही खुशबू नाम की लड़की का नाम भी सामने आया है। तकनीक के सहारे पुलिस ब्लाइंड केस की गुत्थी सुलझाने में सफल हुई।
पूर्व विधानसभा प्रत्याशी गिरफ्तार
वार्ड पार्षद पति चितरंजन सिंह हत्याकांड में पुलिस ने भोसू यादव उर्फ घोसू यादव को गिरफ्तार किया है। भोसू यादव बिहार थाना क्षेत्र के गौड़ागढ़ मोहल्ला का रहने वाला है। साथ ही विधानसभा चुनाव में प्रत्याशी सह पूजा उत्सव समिति का अध्यक्ष भी रहा है। जबकि नालंदा थाना क्षेत्र के रामेश्वर पासवान का पुत्र राजीव पासवान है। इनके पास से तीन मोबाइल बरामद हुआ।
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युवती का इस्तेमाल कर रास्ते से हटाया
खुशबू, चितरंजन को डबल क्रॉस कर रही थी। भोसू के कहने पर उसने युवक को सिलाव से बुलाया। इसके बाद सुनियोजित तरीके से उसे मौत के घाट उतार दिया गया। मृतक का आपराधिक इतिहास था। इस कारण उसे रास्ते से हटाने के लिए बदमाशों ने युवती का इस्तेमाल किया। युवती कब से चितरंजन के संपर्क में थी। इसका खुलासा नहीं हो सका है। अंदेशा है भोसू के कहने पर खुशबू ने चितरंजन से संपर्क बनाया होगा।
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क्या है खुशबू कनेक्शन
नईसराय के हनुमान मंदिर के सामने गरीबन महतो के किराएदार अर्जुन लहेरी की 24 वर्षीया पुत्री खुशबू कुमारी ने भोसू के कहने पर चितरंजन को बुलाया था। लौटने के दौरान सुनियोजित तरीके से युवक को मौत के घाट उतार दिया गया। साक्षी युवती ने 164 के तहत न्यायालय में बयान दर्ज कराया है। गिरफ्तार बदमाशों ने खुलासा किया कि पूर्व की रंजिश में युवक की हत्या सहयोगियों के साथ मिलकर की। सहयोगियों की पहचान कर पुलिस उनकी गिरफ्तारी के लिए छापेमारी कर रही है।
क्या है पूरा मामला
दीपनगर थाना अंतर्गत कुंडलपुर गेट के समीप शनिवार की शाम अज्ञात बदमाशों ने गोलियों से छलनी कर बाइक सवार युवक को मौत के घाट उतार दिया। मृतक की पहचान सिलाव नगर पंचायत के वार्ड पार्षद पति चितरंजन कुमार सिंह के रूप में हुई। पिता ने अज्ञात बदमाशों को आरोपित कर केस दर्ज कराया। मृतक का आपराधिक इतिहास था। उस पर सिलाव के अलावा दूसरे जिले में भी केस दर्ज था।
भोसू पर दर्ज हैं 10 केस
एसपी ने बताया कि भोसू शातिर अपराधी है। उस पर बिहार थाना में 7, रहुई, सोह और नालंदा थाना 1-1 केस दर्ज है। पूर्व में कई मामले में वह जेल भी जा चुका है।
ब्लांइड केस सुलझाया
नालंदा के एसपी हरि प्रसाथ एस ने बताया कि चितरंजन हत्याकांड का केस पुलिस के लिए ब्लाइंड था। तकनीक के सहारे टीम ने 72 घंटे के अंदर इसकी गुत्थी सुलझाते हुए भोसू और राजीव पासवान को गिरफ्तार कर लिया। खुशबू नामक युवती ने भोसू के कहने पर चितरंजन को बिहारशरीफ बुलाया। लौटने के दौरान बदमाशों ने उसे मौत के घाट उतार दिया। पुरानी रंजिश में भोसू ने घटना को अंजाम दिया। कार्रवाई सदर डीएसपी डॉ. मो. शिब्ली नोमानी के नेतृत्व में हुई। टीम में दीपनगर थानाध्यक्ष मो. मुश्ताक अहमद, नगर थानाध्यक्ष दीपक कुमार, नालंदा थानाध्यक्ष शशि रंजन, डीआईयू इंस्पेक्टर सुबोध कुमार, दारोगा चंदन कुमार समेत अन्य पदाधिकारी और सुरक्षा कर्मी शामिल थे।