
एक बिहारी पूरे वेस्टइंडीज पर भारी पड़ा है। 18 साल के बिहार के लाल ने इतिहास रच दिया है। अपने डेब्यू मैच में ही पृथ्वी शॉ ने शानदार शतक जड़ा है। इसके साथ ही पृथ्वी शॉ ने सचिन तेंदुलकर का रिकॉर्ड भी तोड़ दिया है।। अपने पहले मैच में शतक लगाने वाले वो दूसरे भारतीय बन गए हैं । अपने पहले ही टेस्ट में सेंचुरी मारने वाले वो सबसे युवा भारतीय क्रिकेटर बन गए हैं। उन्होंने 99 गेंदों पर अपनी सेंचुरी पूरी की। इससे पहले ये रिकॉर्ड मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर के नाम था।
गया के रहने वाले हैं पृथ्वी शॉ
वेस्टइंडीज के खिलाफ पहले टेस्ट में ही शतक जड़ने वाले पृथ्वी शॉ मूलत बिहार के गया के रहने वाले हैं। उनके दादा जी और दादी अब भी गया के मानपुर में रहते हैं। पृथ्वी शॉ के दादाजी का नाम अशोक गुप्ता है और वो गया के मानपुर के शिवचरन लेन में रहते हैं। पृथ्वी के दादा अपने मकान में ही बालाजी कटपीस नाम से कपड़े की दुकान चलाते हैं।
नौकरी की तलाश गया से मुंबई पहुंचे पृथ्वी के पापा
पृथ्वी शॉ के पिता का नाम पंकज गुप्ता है और वो लाखों बिहारी की तरह ही काम की तलाश में गया से मुंबई पहुंचे। काम और नौकरी के चक्कर में पंकज मुंबई के विरार में ही बस गए। पृथ्वी की उम्र जब चार की थी तब उसकी मां का निधन हो गया।
8 साल की उम्र से क्रिकेट खेलना शुरू किया
आठ साल की उम्र में उनका बांद्रा के रिज़वी स्कूल में एडमिशन कराया गया ताकि क्रिकेट में करियर बना सकें। स्कूल से आने जाने में उन्हें 90 मिनट का वक्त लगा करता था जिसे वो अपने पिता के साथ तय किया करते थे। 14 साल की उम्र में कांगा लीग की ‘ए’ डिविजन में शतक जड़ने वाले सबसे कम उम्र के क्रिकेटर बने।
दिसंबर 2014 में अपने स्कूल के लिए 546 रन का रिकॉर्ड बनाया। पृथ्वी मुंबई की अंडर-16 टीम की कप्तान कर चुके हैं. और उन्होंने न्यूज़ीलैंड में बतौर कप्तान भारत को अंडर-19 वर्ल्ड कप भी दिलाया है।
आईपीएल में भी बनाई खास जगह
जनवरी 2018 में आईपीएल के लिए हुए ऑक्शन में पृथ्वी शॉ को दिल्ली डेयरडेविल्स ने 1.2 करोड़ रुपये में अपनी टीम में लिया. किंग्स इलेवन पंजाब के ख़िलाफ़ पहला मैच खेलने के साथ ही पृथ्वी आईपीएल के इतिहास के सबसे कम उम्र (18 साल 165 दिन) के क्रिकेटर बन गए