नालंदा पुलिस ने एक बार फिर बड़ी कामयाबी हासिल की है. किडनैपिंग के दो घंटे के भीतर ही किडनैपरों को धर दबोचा साथ ही अगवा युवक को भी बरामद कर लिया है।
क्या है पूरा मामला
नवादा जिले के वारसलीगंज थाना इलाके के पैंगरी गांव के रहने वाले बालेश्वर प्रसाद के बेटे विकास कुमार का चार लोगों ने अपहरण कर लिया और दो लाख की फिरौती मांगी. जिसके बाद परिजनों ने इसकी सूचना पुलिस को दी. फिर नालंदा पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए मामले का पटाक्षेप कर दिया
कैसे हुई किडनैपिंग
दरअसल, विकास को मोबाइल की आवश्यकता थी । इसके लिए उसने अपने गांव के दोस्त से संपर्क किया । जिसके बाद उसके दोस्त ने उसे बिहारशरीफ में एक युवक के पास मोबाइल होने की बात का कहा और उसे बिहारशरीफ भेज दिया। जैसे ही विकास बिहारशरीफ के पोस्टऑफिस मोड़ के पास पहुंचा। तो वहां, पहले से घात लगाए चार बदमाशों ने उसे जबरन गाड़ी में बिठा लिया और उसे लेकर मानपुर थाना इलाके के भटबिगहा गांव चला गया.
2 लाख की फिरौती मांगी
अपहरणकर्ताओं ने विकास के परिजनों से 2 लाख रुपए की फिरौती की मांग की. जिसके बाद युवक के परिजन गूगल पे की मदद से तत्काल अपहरणकर्ताओं के अकाउंट पर 20 हजार रुपये भेज दिए । इसके बावजूद भी अपहरणकर्ता जल्द रुपए की मांग कर रहा था । और नहीं देने पर जान मारने की धमकी दे रहा था । इसके बाद विकास के भाई ने बिहार थाना पुलिस से संपर्क किया।
थानाध्यक्ष ने तुरंत एक्शन लिया
अपहरण की सूचना मिलते ही बिहार थाना पुलिस एक्शन में आ गई. पुलिस ने तुरंत मोबाइल नंबर को सर्विलांस पर लिया और अपने खुफिया तंत्रों के जरिए अपहरण कर्ताओं के लोकेशन को डिटेक्ट किया. पुलिस तुरंत भट्टबिगहा गांव के बगीचे के पास पहुंची. जहां से युवक को सकुशल बरामद कर लिया। साथ ही तीन अपहरणकर्ताओं को भी गिरफ्तार कर लिया.
कौन कौन गिरफ्तार
पुलिस ने जिन तीन बदमाशों को गिरफ्तार किया है। उसमें रहुई थाना इलाके के निजाय गांव के रहने वाले सुरेश प्रसाद का बेटा चंद्रमणि कुमार , लहेरी थाना क्षेत्र के आलमगंज के रहने वाले स्वर्गीय बच्चू यादव का का बेटा रोहित कुमार और नूरसराय थाना इलाके के अतरामचक के रहने वाले मुकेश कुमार का बेटा गोलू कुमार है।
बाकी बदमाशों की तलाश जारी
पुलिस का कहना है कि इस ऑपरेशन में गांव वालों ने भी पुलिस का साथ दिया और खदेड़कर बदमाशों को धर दबोचा. बताया जा रहा है कि लॉकडाउन में रुपए कमाने के चक्कर में बदमाशों ने अपहरण की वारदात को अंजाम दिया था. छापेमारी दल में बिहार थाना के थानाध्यक्ष दीपक कुमार, दीपनगर थाना के थानाध्यक्ष धर्मेंद्र कुमार, डीआईयू सब इंस्पेक्टर चंदन कुमार, राजेश कुमार और पुलिस बल के जवान शामिल थे ।