
पटना के कंकड़बाग में रहनेवाले मसौढ़ी के प्रखंड कृषि पदाधिकारी (BAO) अजय कुमार लापता हो गए हैं। वे सोमवार को ही पटना से अपने कार्यालय जाने के लिए घर से निकले थे, लेकिन न तो मसौढ़ी स्थित प्रखंड कृषि कार्यालय पहुंचे, न ही शाम तक लौट कर वापस पटना आये। सोमवार शाम से मंगलवार सुबह तक उनके परिजन मोबाइल पर कॉल करते रहे लेकिन उधर से कोई जवाब नहीं आया। आज मंगलवार की सुबह 9 बजे के बाद उनका मोबाइल ऑफ भी हो गया है। परिवार के आवेदन और शुरूआती जांच के बाद कंकड़बाग थाना ने मामले में अपहरण की धाराओं के साथ FIR किया है।
ट्रेन से रोज मसौढ़ी जाते हैं अजय
अजय कुमार अपनी पत्नी पूनम कुमारी और बेटे अभिजीत के साथ दक्षिणी चांदमारी रोड स्थित बुद्धनगर, रोड नंबर-2 में किराए के एक मकान में रहते हैं। रोज की तरह ही सोमवार की सुबह करीब साढ़े सात बजे अपने मकान से मसौढ़ी के लिए ट्रेन पकड़ने निकले थे। लेकिन वे कार्यालय नहीं पहुंचे और ना ही शाम तक पटना लौटे। जब उनकी पत्नी पूनम कुमारी ने मसौढ़ी प्रखंड कृषि कार्यालय के कर्मियों से संपर्क किया तो पता चला कि उनके पति सोमवार को कार्यालय नहीं आए थे।
बेटे ने अनहोनी की आशंका जताई
अजय कुमार के बेटे अभिजीत कुमार ने मंगलवार को जिला कृषि पदाधिकारी व मसौढ़ी के बीडीओ पंकज कुमार को आवेदन देकर पिता की तलाश कराने की गुहार लगाई है। उसने पिता के साथ अनहोनी की आशंका जताई है। बेटे के अनुसार सोमवार रात 9 बजे तक पिता के वापस नहीं लौटने के बाद जब उनके दोनों नंबरों पर संपर्क किया तो उधर रिंग हुआ, लेकिन कॉल रिसीव नहीं हुआ। मंगलवार सुबह 9 बजे तक ऐसा ही हुआ। उसके बाद से अब उनका मोबाइल कॉल डायवर्ट व स्वीच ऑफ बताने लगा है।
मसौढ़ी में ही मिला लास्ट लोकेशन
कंकड़बाग थानेदार के अनुसार परिवार ने आज सुबह गुमशुदगी का मामला लिख कर दिया था, जिस पर पहले सनहा दर्ज किया गया था। जब अजय कुमार के मोबाइल का टावर लोकेशन खंगाला गया तो सोमवार की सुबह 8 बजकर 52 मिनट पर आखिरी लोकेशन मसौढ़ी ही मिला। इसका मतलब साफ है कि सुबह 7 बजे घर से निकलने के बाद वो अपनी ड्यूटी के लिए मसौढ़ी गए थे। बाद में न तो वो वापस लौटे और न ही किसी का कॉल रिसीव किया। इस कारण अपहरण की धाराओं में FIR दर्ज कर मामले की जांच की जा रही है।
मसौढ़ी में ही मिला लास्ट लोकेशन
कंकड़बाग थानेदार के अनुसार परिवार ने आज सुबह गुमशुदगी का मामला लिख कर दिया था, जिस पर पहले सनहा दर्ज किया गया था। शुरूआती पूछताछ में उनकी किसी से कोई दुश्मनी की बात सामने नहीं आई है। पता चला है कि कोरोना के पीड़ित हुए थे। एक महीने की छुट्टी के बाद सोमवार को ही ऑफिस के लिए निकले थे। जांच में जब अजय के मोबाइल का टावर लोकेशन खंगाला गया तो सोमवार की सुबह 8 बजकर 52 मिनट पर आखिरी लोकेशन मसौढ़ी ही मिला। मतलब साफ है कि सुबह 7 बजे घर से निकलने के बाद वो अपनी ड्यूटी के लिए मसौढ़ी गए थे। बाद में न तो वो वापस लौटे और न ही किसी का कॉल रिसीव किया। इस कारण अपहरण की धाराओं में FIR दर्ज कर मामले की जांच की जा रही है।