नालंदा जिला में बिजली विभाग की लापरवाही जानलेवा साबित हुई. नालंदा जिला में अलग-अलग जगहों पर करंट लगने से तीन लोगों की मौत हो गई.
पहला मामला
नालंदा जिला के सारे थाना इलाके के पिपरापुर में करंट लगने से 60 साल के रामप्रसाद महतो की मौत हो गई. बताया जा रहा है कि वो शौच के लिए घर से निकले थे. लेकिन गांव के पास बनी सड़क पर पहले से ही 11 हजार वोल्ट की तार गिरी हुई थी। अंधेरे में रामप्रसाद का पैर तार पर पड़ गया। पैर पड़ते ही हाईवोल्टेज करंट ने उनके शरीर को जला दिया और उनकी मौत हो गई.
दूसरा मामला
नगरनौसा थाना क्षेत्र के खजूरिया गांव के रहने वाले 50 साल के सुरेश साव की करंट लगने से मौत हो गई. बताया जा रहा है कि वो खेत में खाद का छिड़काव कर रहे थे। उसी दौरान करंट की चपेट में आ गये। जिसमें उनकी मौत हो गई.
तीसरा मामला
करायपरसुराय थाना क्षेत्र के सांध गांव में करंट लगने से 45 साल के धर्मवीर प्रसाद की मौत हो गई. बताया जा रहा है कि वो गांव से थोड़ी दूर गौढ़ा खंधा में मोटर से पटवन कर रहे थे। इसी दौरान करंट लगने से गिर गये। आसपास खेतों में काम कर रहे किसान दौड़े और उन्हें इलाज के लिए ले जाने की कोशिश की। उससे पहल ही वे दम तोड़ चुके थे। एक साल पहले धर्मवीर प्रसाद के बड़े बेटे विजिंद्र की कैंसर से मौत हो गई थी. ऐसे में परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल है।
नालंदा जिला में करंट से लगने से मौत का आंकड़ा दिनों दिन बढ़ता जा रहा है। एक तो बिजली विभाग की लापरवाही सामने आती ही है। साथ ही नालंदा लाइव लोगों को आगाह करता है कि खेतों पटवन करते वक्त बिजली का ख्याल रखें. उसे नजरअंदाज न करें. यानि खुद भी सावधानी जरूरी है।