
16 मई से राजगीर में मलमास मेला लगेगा । इसकी तैयारियां जोरों पर चल रही है । 2 करोड़ 5 लाख 51 हजार की टेंडर की प्रक्रिया भी पूरी हो चुकी है। वहीं इसे राजकीय व राष्ट्रीय मेले का दर्जा देने की मांग को लेकर लोग एकमत दिख रहे हैं। मलमास मेले में देश-विदेश के लाखों तीर्थ यात्री राजगीर आते हैं । मलमास मेले का अपना पौराणिक महत्व है । बताया जाता है कि राजगीर पुरुषोत्तम मास मेले के दौरान यहां के विभिन्न शीतल और गर्म कुंडों मे स्नान के क्रम में लगाये गये एक डूबकी का महत्व करोड़ों नर्मदा स्नान तथा लाखों बार के त्रिवेणी संगम मे लगाए गए डुबकी के बराबर है। साथ ही कुंड में स्नान करने से त्वचा संबंधी बीमारियों से भी निजात मिल जाता है