बिहारशरीफ को स्मार्टसिटी बनाने की कवायद जोर शोर से शुरू हो गया है। बिहारशरीफ में अभी सबसे बड़ी समस्या कचड़ा को लेकर है। शहर में कहीं भी आपको डंपिंग ग्राउंड दिख जाएंगे। यानि जहां तहां कचरा दिखेगा। ऐसे में बिहारशरीफ नगर निगम के सामने सबसे बड़ी चुनौती कचरा प्रबंधन की है।
पांच जगहों पर बनेंगे डंपिंग जोन
बिहारशरीफ को चकाचक बनाने के लिए शहर को कचरा मुक्त करना होगा। शहर के कचरा के प्रबंधन के लिए बिहारशरीफ नगर निगम ने पांच क्षेत्रों का चयन किया है। इसके लिए चकरसलपुर गांव के पास तीन एकड़ जमीन का अधिग्रहण किया गया है। इस जमीन पर कचरा संग्रह के लिए डंपिंग जोन और कंपोस्टिंग का काम करेगा।
नदियों के किनारे बनेगा डंपिंग जोन
नदी साइड में डंपिंग जोन बनाया जाएगा। जबकि खेती किनारे वाली जमीन पर कंपोस्टि प्लाइंट बनाया जाएगा। कचड़ा संग्रहण का काम सबसे पहले भरावपर और बाजारसमिति में गीला कचरा संग्रहण के काम से शुरू हुआ।नगर प्रबंधक राजीव कुमार के मुताबिक डंपिंग जोन में गीला कचरा को जमा नहीं किया जाएगा। गीला कचरा को कंपोस्टिंग प्लाइंट तक ले जाया जाएगा। इस के लिए भरावपर औऱ बाजार समिति से प्रोजेक्ट के तौर पर काम की शुरुआत की जाएगी। इन्ही जगहों पर सबसे ज्यादा जैविक अवशिष्ट जमा होता है। इन जगहों पर सबसे ज्यादा सड़े गले फल सब्जियों का उठाव हो सकता है। इसे कंपोस्टिंग प्वाइंट तक ले जाकर जैविक खाद्य का निर्माण किया जाएगा और इसे सस्ते दाम पर किसानों को उपलब्ध कराया जाएगा।