हिलसा थाना के मीना बाजार में करंट लगने से बिजली मिस्त्री की मौत हो गयी। मृतक मंटू यादव नारायणपुर का रहने वाला था। हादसे से भड़के गांव वालों ने शव को हिलसा-एकंगरसराय मेन रोड पर रखकर सड़क जाम कर दिया । जिससे कई घंटे तक गाड़ियों की आवाजाही ठप रही। लोगों को समझाने पहुंची जिला प्रशासन को भी लोगों के गुस्सा का सामना करना पड़ा। चार घंटे तक रोड जाम रहने के कारण सड़क के दोनों किनारे वाहनों की कतारें लग गयीं। अधिकारियों के काफी समझाने के बाद नाराज लोग शांत हुए और रात करीब साढ़े सात बजे सड़क जाम हटा। हिलसा पावर स्टेशन के अधीन ठीके पर कार्यरत मिस्त्री मंटू यादव मीना बाजार में डीपी पर काम कर रहा था। इसी दौरान बिजली की सप्लाई हो जाने से वह करंट की चपेट में आ गया। आसपास के ग्रामीण इलाज के लिए उसे अस्पताल ले गये, जहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया।
शव को सड़क पर रख किया जाम:
बिजली मिस्त्री की मौत के बाद नाराज ग्रामीण पहले अस्पताल में जमकर हंगामा किया, उसके बाद शव को उठाकर पावर सब-स्टेशन के निकट हिलसा-एकंगरसराय मुख्य पथ पर रख दिया। मुआवाजे और लापरवाह कर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर लोग हंगामा करने लगे। घटना की जानकारी होने पर पुलिस तथा प्रशासन से जुड़े अधिकारी नाराज लोगों को समझाने का प्रयास किये , लेकिन सफल नहीं रहे। आखिरकार साढ़े सात बजे लोग शांत हुए। शव को सड़क पर रख दिए जाने के कारण हिलसा-एकंगरसराय मुख्यपथ पर वाहनों की आवाजाही ठप हो गयी।
शट-डॉउन लेने के बाद भी आ गयी बिजली:
मंगलवार को करंट से जख्मी हुए मिस्त्री रवि कुमार का अभी दर्द कमा भी नहीं था कि बुधवार को करंट की चपेट में आने से उसके साथी मंटू की मौत हो गई। मूलत: कपसियावां पंचायत के नारायणपुर गांव निवासी मंटू सुरक्षा के लिहाज से शट-डाउन लेकर काम करने मीना बजार गया था। मंटू काम कर रहा था तभी पास से गुजर रहे तार में करंट आ गया और उसकी चपेट में वह आ गया। चर्चा है कि जिस तार में करंट चालू हुआ उस तार में बिजली की सप्लाई एकंरसराय से होती है, जहां से शट-डाउन नहीं लिया गया था। मालूम हो कि मंगलवार को मिस्त्री रवि कुमार भी शट-डॉउन लेने के बाद काम करने के दौरान करंट की चपेट में आ गया था।
शोभा पर ननद के साथ तीन बच्चों की आई जिम्मेवारी
मृतक मंटू की पत्नी शोभा पर तीन बच्चों के साथ-साथ ननद की भरण-पोषण की जिम्मेवारी आ गयी। मंटू की करंट से मौत की खबर सुनते ही हिलसा पहुंचे परिवार के लोग दहाड़ मार-मार कर रोने लगे। परिजनों की चीत्कार सुन हर लोगों की आंखों में आंसू भर आ रहे थे। लोगों ने बताया अपने परिवार में मंटू इलकौता कमाऊ सदस्य था। मंटू की मौत से उनकी पत्नी शोभा पर एक बच्चा और दो बच्चियों के अलावा ननद की भरण-पोषण और शादी जिम्मेवारी आ गई।