बिहार शरीफ के नगर प्रबंधक राजीव कुमार, डीसीओ हयात वर्क, जिले के कई बीडीओ और सीओ समेत 90 अधिकारियों से नालंदा के डीएम डॉक्टर त्यागराजन नाराज हैं। जिलाधिकारी डॉक्टर त्यागराजन ने इन अधिकारियों के एक दिन का वेतन काटने का दिया है । साथ ही शोकॉज नोटिस जारी कर स्पष्टीकरण मांगा है। इतना ही नहीं डीएम त्यागराजन ने इन अधिकारियों को कड़े लहजे में चेतावनी भी दी है कि अगर दोबारा ऐसी गलती हुई तो कड़ी कार्रवाई होगी।
क्या है मामला
राजगीर में विश्वप्रसिद्ध मलमास मेला चल रहा है । मलमास मेला को सफल बनाने के लिए नालंदा के डीएम डॉ.त्यागराजन दिन रात लगे हैं । इसके लिए वो किसी तरह की कोताही नहीं बरत रहे हैं । जहां भी कोई कमी दिख रही है उसे तुरंत दुरुस्त करवा रहे हैं । जिलाधिकारी डॉक्टर त्यागराजन खुद मलमास मेले की मॉनिटरिंग कर रहे हैं। वो इसकी भी मॉनिटरिंग कर रहे हैं जिन अधिकारियों को जहां ड्यूटी पर लगायी गयी है वो वहां मौजूद हैं या नहीं ? ऐसा तो नहीं है कि कोई अपनी उपस्थिति दर्ज कर वहां से गायब हो जाता है ? इसकी वो खुद निगरानी रख रहे हैं । गुरुवार को डीएम त्यागराजन ने कई जगहों का औचक निरीक्षण किया तो पाया कि जिन अधिकारियों को डिपुटेशन जहां लगाया गया है वो वहां मौजूद नहीं है। फिर उन्होंने इन अधिकारियों को शोकॉज नोटिस भेजने का आदेश दिया
डीएम साहब की नाराजगी की वजह
नालंदा के डीएम डॉक्टर त्यागराजन काम के प्रति खुद जितने जिम्मेदार हैं वो अपने मातहत कर्मचारियों से भी उसी तरह की अपेक्षा रखते हैं । वो ड्यूटी पर लापरवाही एकदम बर्दाश्त नहीं करते हैं। हुआ ये था कि मलमास मेला शुरू होने से तीन दिन पहले यानि 13 मई को मेला में विधि व्यवस्था और तैयारी को लेकर राजगीर कन्वेंशन सेंटर में बैठक बुलाई गई थी। इस बैठक को डीएम डॉक्टर त्यागराजन ने खुद बुलाया था । लेकिन डीसीओ हयात वर्क, नगर प्रबंधक राजीव कुमार समेत कई बीडीओ, सीओ समेत 90 अधिकारी बैठक में नहीं शामिल हुए थे। इससे तो डीएम साहब नाराज थे ही ।लेकिन उनकी नाराजगी तब और बढ़ गई जब उन्होंने 16 मई और 17 मई को देखा कि जिन अधिकारियो को ड्यूटी पर लगाया गया है वो गायब हैं । वैसे में उन्होने उक्त 90 अधिकारियों को सख्त चेतावनी दी है ।इसके अलावा उनका एक दिन का वेतन भी काटने का आदेश दिया गया है । और इस बारे में स्पष्टीकरण मांगा गया है ।