
बिहारशरीफ की मशहूर लेडी डॉक्टर सरस्वती देवी नहीं रहीं। हार्ट अटैक की वजह से उनका निधन हो गया । 82 साल की उम्र में उन्होंने दिल्ली के मेदांता हॉस्पीटल में आखिरी सांस ली।
शहर ने एक समाजसेवी को खो दिया
डॉक्टर सरस्वती देवी शहर का जाना माना नाम थीं। समाज के हर तबके में उनकी खासा पहचान थी। कहा जाता है कि सरस्वती देवी शहर की पहली महिला डॉक्टर थीं, जो स्त्रीरोग विशेषज्ञ के तौर पर मशहूर हुईं। वे लंबे समय तक लोगों की सेवा करती रही | एक चिकित्सक के साथ साथ वो समाजसेवी भी थीं। डॉक्टर सरस्वती देवी इंडियन मेडिकल एसोसिएशन बिहार शरीफ के संस्थापक सदस्यों में से एक रही हैं। वो आईएमए बिहार शरीफ के अध्यक्ष पद के अलावा इनरव्हील क्लब बिहार झारखंड के चेयरमैन भी रही हैं।
जिला कांग्रेस ने अपना गार्जियन खो दिया
डॉक्टरी पेशा में होने की वजह से समाज में उनका अच्छा रसूख था। ऐसे में वो राजनीति से भी जुड़ीं और वे आजीवन कांग्रेस पार्टी की एक सिपाही के तौर पर साथ रहीं। उन्हें पार्टी का डेलीगेट भी बनाया गया था ।उनके निधन से नालंदा के चिकित्सकों, समाजसेवी और बुद्धिजीवियों में शोक की लहर दौड़ गई। नालंदा जिला कांग्रेस ने भी उनके निधन पर गहरा दुख व्यक्त किया है । जिला कांग्रेस कमेटी का कहना है कि पार्टी ेने अपना एक गार्जियन खो दिया।
डॉक्टर सरस्वती देवी के निधन पर शहर के जाने माने नेत्र रोग विशेषज्ञ नीतीश कुमार,आईएमए के सदस्य डॉक्टर राजेश कुमार, डॉक्टर विपिन कुमार,डॉक्टर लक्ष्मण कुमार आदि ने गहरा शोक जताया है । नालंदा लाइव भी जिलावासियों की ओर से भावभीनी श्रद्धांजलि देता है।