बिहार विधानपरिषद चुनाव के लिए सभी पार्टियों ने अपने-अपने उम्मीदवारों की लिस्ट जारी कर दी है। सबसे ज्यादा माथापच्ची सताधारी जेडीयू और बीजेपी को करनी पड़ी । जेडीयू ने मौजूदा दो विधान पार्षद का टिकट काटकर दो नए चेहरे को टिकट दिया है ।
जेडीयू ने किसका टिकट काटा और किसे दिया
जेडीयू ने आखिरकार काफी माथापच्ची के बाद विधानपरिषद चुनाव के लिए अपने तीनों उम्मीदवारों के नाम जारी कर दिए । जेडीयू ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, रामेश्वर महतो और खालिद अनवर को उम्मीदवार बनाया गया है। जबकि पुराने दोनों विधान पार्षद संजय सिंह और चंदेश्वर प्रसाद को टिकट नहीं दिया । बताया जा रहा है कि टिकट कटने से संजय सिंह नाराज थे । लेकिन बाद में आरसीपी सिंह और प्रदेश अध्यक्ष वशिष्ट नारायण सिंह के प्रयास के बाद वे मान गए और कहा कि जो पार्टी तय करेगी वो करेंगे ।
बीजेपी ने किसे किसे उतारा
बीजेपी ने भी तीन सीटों के लिए अपने उम्मीदवारों के नाम का ऐलान कर दिया है । बीजेपी ने सुशील मोदी, मंगल पांडेय और संजय पासवान को उम्मीदवार बनाया है ।
कांग्रेस ने ‘वफादार’ पर भरोसा जताया
बिहार कांग्रेस के नए प्रभारी शक्ति सिंह गोहिल ने पार्टी के वफादार और पार्टी प्रवक्ता प्रेमचंद मिश्रा को अपना उम्मीदवार बनाया है । उम्मीदवार बनाए जाने के बाद प्रेमचंद मिश्रा ने पार्टी अध्यक्ष राहुल गांधी को लेटर लिखकर धन्यवाद दिया
आरजेडी ने किसे किसे उतारा ?
बिहार विधानपरिषद चुनाव के लिए सबसे पहले आरजेडी ने ही अपने उम्मीदवारों के नाम का ऐलान किया । आरजेडी ने संख्या बल के मुताबिक चार उम्मीदवार उतारे हैं। जिसमें पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी, रामचंद्र पूर्व के अलावा लालू यादव के सेवक रहे खुर्शीद मोहसिन टिकट दिया है । इसके अलावा एनडीए का साथ छोड़कर महागठबंधन में शामिल हुए हम के अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी के बेटे संतोष मांझी को भी टिकट दिया है ।
आपको बता दें कि बिहार विधानपरिषद की खाली हुई 11 सीटों के लिए चुनाव हो रहे हैं । इसमें सबसे ज्यादा नुकसान बीजेपी को उठाना पड़ रहा है । जबकि आरजेडी को 4 सीटों का फायदा हो रहा है । संख्या बल के हिसाब से राबड़ी देवी का विधानपरिषद में प्रतिपक्ष की नेता बनना तय है ।