
बिहार में शराबबंदी के बाद युवा नये नशे की गिरफ्त में आ रहे हैं। शराब न मिलने की वजह से उनके बीच गांज, अफीम, सॉल्वेंट के नशे की आदत बढ़ी है। मनोरोग विशेषज्ञों रे मुताबिक शराब की जगह अफीम, गांजा और सॉल्वेंट का इस्तेमाल काफी बढ़ गया है। युवा और बच्चे इसका सेवन अधिक कर रहे हैं।
इनके लक्षण जानिए
नींद में कमी होना
स्वभाव में चिड़चिड़ापन
हवाई किला बनाने की बातें करना
भूख कम लगना
पारिवारिक संबंधों में खटास पैदा होना
पढ़ाई से मन उचटना
ये लक्षण नशे के सेवन के हो सकते हैं। ऐसे में आप तुरंत नशा मुक्ति इकाई में मरीज को लाकर जांच कराएं। ऐसे मरीज का मानसिक नियंत्रण कमजोर पडऩे लगता है। वह नशे की गिरफ्त में फंसता चला जाता है। डॉक्टरों का ये भी कहना है कि ऐसे मरीज किसके साथ उठते-बैठते हैं? इस पर नजर रखने की जरूरत है। उन्हें गलत दोस्तों से दूर रखें और बच्चों से खुल कर बात करें।