
ज्ञान की धरती नालंदा से डॉक्टर इंजीनियर आईएएस तो पैदा होते ही थे। अब खिलाड़ी भी पैदा होने लगे हैं। नालंदा के भूपेंद्र प्रताप सिंह ने असम में आयोजित ईस्ट इंडिया पावर लिफ्टिंग चैंपियनशिप में गोल्ड जीतकर जिला का नाम रोशन किया है ।
120 किलोग्राम कैटेगरी में जीता गोल्ड
नूरसराय के गोडीहा गांव के रहने वाले भूपेंद्र प्रताप सिंह ने असम में ईस्ट इंडिया पावर लिफ्टिंग चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक जीता है । भूपेंद्र प्रताप सिंह ने 120 किलोग्राम बॉडी वेट कैटेगरी में 750 किलोग्राम भार उठाकर स्वर्ण पदक अपने नाम कर लिया। इस चैंपियनशिप में बिहार ,सिक्किम, बंगाल,झारखण्ड,मणिपुर,असम और मिजोरम के 150 खिलाड़ियों ने भाग लिया था। 56 किलोग्राम से लेकर 120 किलोग्राम से ऊपर सभी आठों बॉडीवेट कैटेगरी में भूपेंद्र ने सबसे ज्यादा भार उठाया।
इसे भी पढ़िए-हमारी शान, नालंदा की श्वेता….ग्लोबल वूमेन ऑफ रग्बी अवार्ड पाने वाली पहली भारतीय बनीं
उंगली टूटने के बावजूद किया कारनामा
तीन महीने पहले वेट लिफ्टर भूपेंद्र के पैर पर वजन गिर जाने से दो उंगलियां टूट गयी थी। तब हर कोई मायूस था। घर वाले भी उसके भविष्य को लेकर चिंतित थे। लेकिन भूपेंद्र ने हिम्मत नहीं हारी और उसने ये कारनामा कर दिखाया। भूपेंद्र के इस कामयाबी से गांव में खुशी की लहर दौड़ पड़ी। आपको बता दें कि साल 2018 में कोलकाता में आयोजित ईस्ट इंडिया चैंपियनशिप में भूपेंद्र ने तीसरा स्थान पाकर रजत पदक जीता था।