नालंदा जिला में लूट और हत्या की वारदात में दिनों दिन बढ़ती ही जा रही है। बदमाशों ने बरबीघा में तैनात बैंक अधिकारी विकास कुमार उर्फ मुन्ना की मां का हिलसा में हत्या कर दी। विकास की मां सरोज देवी नर्स थीं और हिलसा के सरदार बिगहा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में तैनात थीं। सरोज देवी हिलसा के सैदनपुर मोड़ पर स्थित शांतिनगर मोहल्ले में अपने घर में अकेले ही रहती थीं। सरोज देवी के पति दिनेश वर्मा का कुछ साल पहले ही निधन हो गया था। जबकि छोटा बेटा सोनू झारखंड के पाकुड़ में डाक विभाग में तैनात हैं
क्या है मामला
हर दिन की तरह सरोज देवी ड्यूटी से घर आने के बाद खाना खाकर देर शाम सो गयी। सुबह सरोज देवी के नहीं जागने पर आसपास के लोगों ने आवाज दी। कोई जवाब नहीं मिलने पर लोगों को शक हुआ।लोग जब घर में घुसे तो वे अपने बेड पर बेसुध पड़ीं थी। उनके चेहरे पर तकिया रखा था और मुंह से झाग निकल रहा था। कमरे में सामान बिखरा पड़ा था। जिसके बाद पड़ोसियों ने इसकी सूचना पुलिस को दी।
साजिश के तहत हत्या या लूट का विरोध करने पर मर्डर ?
सरोज देवी हत्याकांड में कई थ्योरी सामने आ रही है। पुलिस इसे लूटपाट का विरोध करने पर हत्या की आशंका जता रही है। पुलिस का कहना है कि लुटेरों में से किसी को सरोज देवी पहचान गई होंगी। जिसके बाद लुटेरों ने गला दबाकर उनकी हत्या कर डाली। लेकिन नालंदा लाइव की टीम को घटनास्थल पर मौजूद साक्ष्य को देखकर लग रहा है कि हत्या के पीछे साजिश भी है। क्योंकि उनके कमरे का सीलिंग फैन का ब्लेड टेढ़ा है औऱ पास में ही एक दुपटा है जिसमें गांठ लगी है। जिससे ये साबित होता है कि पहले उनकी हत्या की गई। उसके बाद इसे आत्महत्या का रूप देने की कोशिश की गई। लेकिन जब पंखा में उनका शव लटकाने में अपराधी असफल रहे तो वे उन्हें बेड पर लिटा दिया। हालांकि जब तक पोस्टमार्टम रिपोर्ट नहीं आती है तब तक इसमें कुछ भी कहना संभव नहीं है।
उधर, सरोज देवी के घर से बदमाशों ने क्या क्या सामान लूटा है ये अभी साफ नहीं हो पाया है। क्योंकि उनके घर में बाकी कोई लोग नहीं मौजूद था जो ये बता सके कि कितना गहना जेवर और कितना कैश था। लेकिन घर में फैले सामान को देखकर पहली दृष्टया लग रहा है कि घर में लूटपाट हुई है। या ये कहें कि हत्या के बाद बदमाशों ने इसे लूटपाट का मामला बताने के लिए घर में सामानों को बिखरा दिया हो। फिलहाल पुलिस मामले की जांच में जुटी है।