बिहार वासियों के लिए अच्छी खबर है. नीतीश कुमार की सरकार ने कोरोना जांच को लेकर बड़ा आदेश दिया है. जिसके मुताबिक अब बिहार के किसी भी प्राइवेट लैब में कोरोना की आरटीपीसीआर जांच सिर्फ 800 रुपये में होगी।
अब सिर्फ 800 रुपए में कोरोना टेस्ट
प्राइवेट लैब में कोरोना जांच को लेकर नीतीश सरकार पहले से ही एक्शन में रही है. जब देश के दूसरे राज्यों में कोरोना जांच की कीमत करीब 4500 रुपए थी. उस वक्त बिहार में प्राइवेट लैब में कोरोना आरटीपीसीआर जांच 1500 रुपये की दर से करने की अनुमति दी गई थी। अब बिहार में भी 800 रुपये प्रति जांच की दर निर्धारित की गई है.
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होम कलेक्शन होगा महंगा
मरीज के घर जाकर कोरोना की जांच करना पहले की तरह ही 300 रुपए महंगे होंगे. यानी अगर कोई लैब टेक्निशियन मरीज के घर जाकर सैंपल क्लेक्ट करता है तो पहले की तरह ही 300 रुपये अतिरिक्त देने होंगे. रैपिड एंटीजन टेस्ट किट की कीमत अभी 150 रुपये से कम हो गई है, इसलिए रैपिड एंटीजन किट से जांच की निर्धारित दर 250 रुपये प्रति जांच निर्धारित की गई है। पूर्व में एंटीजन किट से जांच के लिए 600 रुपये प्रति जांच की दर निर्धारित थी।
रिपोर्ट ईसीएमआर पोर्टल पर देना अनिवार्य
आईसीएमआर के पोर्टल पर जांच की रिपोर्ट दर्ज कराना अनिवार्य होगा। जांच से संबंधित सूचना स्टेट सर्विलांस अधिकारी के ई-मेल पर रोज संध्या पांच बजे तक देना अनिवार्य होगा। सभी पॉजिटिव केस की सूचना तत्काल संबंधित जिला के सिविल सर्जन तथा जिला सर्विलांस अधिकारी को देना अनिवार्य किया गया है।
800 रुपए से ज्यादा लेने पर कार्रवाई
आरटीपीसीआर जांच के लिए 800 रुपये से अधिक राशि लिए जाने और अन्य प्रावधानों का उल्लंघन करना एपीडेमिक डिजीज एक्ट और बिहार महामारी कोविड 19 नियमावली, 2020 के प्रावधानों का उल्लंघन माना जाएगा।
देश में सबको टीके की जरूरत नहीं
उधर, भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (ICMR) ने का कहना है कि देश में सभी को कोरोना वैक्सीन की जरूरत नहीं है। उनका कहना है कि अगर हम आबादी के कुछ हिस्से का टीकाकरण करने और संक्रमण के प्रसार की शृंखला तोड़ने में सक्षम हैं तो देश की पूरी आबादी के टीकाकरण की जरूरत नहीं होगी।