बिहार ने एक होनहार बेटी को खो दिया है । जिस बेटी बिहार दारोगा में चयन होने पर पूरे गांव में खुशियां मनाई थी। उसी बेटी की अर्थी को गांव वाले आज अर्थी दे रहे हैं। दारोगा की वर्दी पहनने से पहले शिवानी की मौत हो गई है और उसकी मौत के लिए कोरोना वैक्सीन को जिम्मेदार बताया जा रहा है ।
क्या है पूरा मामला
मामला मुजफ्फरपुर के मुरौल ब्लॉक के जहांगीरपुर की है। जहांगीरपुरवालों को अपनी बेटी शिवानी नाज़ था। क्योंकि शिवानी ने बड़ी मेहनत से बिहार दारोगा की परीक्षा पास की थी। घरवाले बेटी के चयन की खुशियां मना ही रहे थे कि भगवान ने शिवानी को हमसब से छीन लिया।
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कैसे हुई मौत
घरवालों का कहना है कि शनिवार को शिवानी ने कोरोना वैक्सीन लगवाई थी। उसके बाद रात में शिवानी को तेज बुखार आया। इसके बाद शिवानी को बुखार उतारने की दवा दी गई। लेकिन रात में बुखार कम नहीं हुआ। सुबह जब घर वाले अस्पताल ले जाने लगे तो उसकी मौत हो गई ।
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घरवालों का रो-रोकर बुरा हाल
शिवानी की मौत से घरवालों का रो-रोकर बुरा हाल है । साथ ही मोहल्ले के लोग भी गम में डूबे हैं। शिवानी के पिता उमेश शाह रो-रोकर सिर्फ इतना कहते हैं कि ये किसी को नहीं मालूम था कि दारोगा की वर्दी पहनने से पहले ही उनकी लाडो दुनिया छोड़ कर चली जाएगी।
सड़क जाम किया
घटना के बाद मोहल्ले वालों ने मुज़फ़्फ़रपुर-पूसा रोड को जाम कर दिया और हंगामा किया । उनका कहना था वैक्सीन लेने की वजह से शिवानी की मौत हुई है तो ऐसे वैक्सीन लेने से क्या फायदा है। हालांकि बाद में पुलिस ने समझा बुझाकर लोगों को वहां से हटाया ।
नालंदा लाइव की अपील
देखिए शिवानी की मौत वैक्सीन से हुई है या कोई और वजह है ये तो पोस्टमार्टम रिपोर्ट और दूसरी जांच के बात पता चलेगा। लेकिन नालंदा लाइव आप सब से अपील करता है कि वैक्सीन जरूर लगवाइए.. क्योंकि स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक वैक्सीन लगवाने से अब तक सिर्फ एक व्यक्ति की ही मौत हुई है । वो भी ज्यादा उम्र के थे और उन्हें एलर्जी थी जिसके बाद में वैक्सीनेशन से पहले जानकारी नहीं दी थी