नालंदा की ‘हत्यारी’ पुलिस ने धनंजय को मार डाला!

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नालंदा पुलिस पर 25 साल के धनंजय की हत्या का आरोप लगा है। एकंगरसराय पुलिस पर आरोप है कि उनकी पुलिस जीप की टक्कर से बाइक सवार धनंजय की मौत हो गई। जबकि उसका भाई राजेश गंभीर रूप से जख्मी हो गया। बताया जा रहा है कि रविवार रात को धनंजय अपने भाई राजेश के साथ एकंगरसराय से अपने घर परबलपुर के मानिकपुर लौट रहा था। लेकिन सुंडी बिगहा के पास एकंगरसराय पुलिस चेकिंग कर रही थी। पुलिस ने धनंजय की बाइक को रुकवाया और गाड़ी के कागजात दिखाने को कहा। धनंजय ने हेलमेट नहीं पहना था। इस बीच धनंजय ने पुलिस को गच्छा देकर बाइक स्टार्ट कर भागने लगा। इसके बाद पुलिस जीप ने भी उसका पीछा करना शुरू कर दिया। धनंजय करीब तीन चार सौ मीटर ही भाग पाया था कि पुलिस की जीप ने धनंजय की बाइक में पीछे से टक्कर दी। पुलिस जीप के टक्कर के बाद बाइक दूर जा गिरा। जिसमें मौके पर ही धनंजय की मौत हो गई। जबकि उसका भाई राजेश गिरने के बाद वहां से भाग निकला। राजेश किसी तरह अपने गांव मानिकपुर पहुंचा। उधर, पुलिस धनंजय के शव को एकंगरसराय अस्पताल ले गई। जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। उधर, धनंजय के गांववाले और परिजन एकंगरसराय अस्पताल पहुंचे। वहां उन्हें धनंजय के मौत के बारे में पता चला। जिसके बाद गांव वालों ने अस्पताल में जमकर हंगामा किया और तोड़फोड़ की। बताया जा रहा है कि इसमें दो लोग जख्मी भी हो गए।
परबलपुर-एकंगरसराय रोड पर घंटों लगा रहा जाम
एकंगरसराय अस्पताल से शव लेकर परिजन मानिकपुर गांव पहुंचे। जहां शव को सड़क पर रखकर जाम लगा दिया और हंगामा करने लगे। गांववाले दोषी पुलिसवाले के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग के साथ साथ मुआवजे की मांग कर रहे थे। जाम हटाने के लिए परबलपुर पुलिस वहां पहुंची। लेकिन लोगों का गुस्सा शांत नहीं हुआ। इसके बाद हिलसा डीएसपी मुत्तफिक अहमद समेत कई थानों की पुलिस घटनास्थल पर पहुंच गये। उन्होंने भी लोगों को समझाने का प्रयास किया लेकिन लोग नहीं माने ।

विधायक के पहुंचने पर शांत हुआ मामला
डीएसपी साहब के समझाने के बावजूद लोगों का गुस्सा शांत नहीं हो रहा था। वे दोषी पुलिसवालों पर कार्रवाई करने की मांग पर अड़े थे। लेकिन बाद हिलसा के आरजेडी विधायक शक्ति सिंह यादव समेत कई जनप्रतिनिधि वहां पहुंचे। काफी मान-मनौव्वल के बाद लोग जाम हटाने पर राजी हुये। परबलपुर सीओ रोहित कुमार ने मृतक की विधवा को चार लाख रुपये का चेक सौंपा। बीडीओ सुरेन्द्र प्रसाद ने पारिवारिक सहायता के रुप में बीस हजार रुपये दिया। इसके बाद पुलिस ने शव का जब्त किया और सदर अस्पताल में पोस्टमार्टम करा परिजन को सौंप दिया।
प्राथमिकी दर्ज कर होगी छानबीन:-
डीएसपी मुत्तफिक अहमद ने बताया कि आवेदन के आधार पर प्राथमिकी दर्ज की गयी है। मामले की छानबीन चल रही है। जांच के बाद दोषियों पर कार्रवाई की जायेगी।

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