बिहार में बेरोजगार युवाओं को रोजगार देने के लिए मुख्यमंत्री नीतीश ने शानदार फॉर्मूला निकाला है । अब बीपीएससी, बिहार एसएससी, दारोगा या पुलिस की तैयारी करने वाले छात्रों को नौकरी मिलेगी. सरकार के इस फॉर्मूले के मुताबिक जिन परीक्षार्थियों में बीपीएसपी, बिहार एसएससी, दारोगा या पुलिस की नौकरी के लिए परीक्षा दिया है और फाइनल लिस्ट में उनका नाम नहीं आया है. वैसे छात्रों को बिहार सरकार नौकरी देगी.
उदाहरण के जरिए समझिए
पहला उदाहरण
सरकार के फॉर्मूले को आप साधारण भाषा में ऐसे समझिए कि किसी ने बीपीएससी का पीटी, मेंस पास किया है और इंटरव्यू दिया है. लेकिन जब फाइनल लिस्ट तैयार हुआ और उसमें उसका चयन नहीं हुआ है तो उसे अब नौकरी मिलेगी.
दूसरा उदाहरण
अगर आपने दारोगा या पुलिस के लिए फिजिकल पास कर लिया है लेकिन मेरिट लिस्ट में जगह नहीं बना पाया है तो उसे अब नौकरी मिलेगी.
क्या है फॉर्मूला
सरकार तत्काल उन्हें स्थायी नौकरी नहीं दे सकती लेकिन उन्हें कांट्रेक्टर आधारित जॉब जरूर देगी। इसके लिए नीतीश सरकार ने बिहार लोक सेवा आयोग,बिहार कर्मचारी आयोग के अलावे पुलिस बहाली के लिए जो भी आयोग बने हैं उनको पत्र भेजा है।
कॉन्ट्रैक पर बहाली के निर्देश
सामान्य प्रशासन विभाग की तरफ से जारी की गई चिट्ठी में कांट्रैक्ट पर बहाली के लिए नया निर्णय किया गया है ।इस आधार पर सभी नियुक्ति आयोग में अंतिम रूप बहाली से बचे अभ्यर्थियों का पैनल बनेगा ।इसमें उन्हीं को मौका मिलेगा जो अंतिम पैनल में जगह बनाने से वंचित रह गए हों। उन्हीं को कांट्रेक्ट के तहत नौकरी मिलेगी।
स्थाई नौकरी का भी मौका मिलेगा
ऐसा नहीं है कि जिन्हें कॉन्ट्रैक्ट पर नौकरी मिल गई है उन्हें स्थायी नौकरी का अवसर नहीं बल्कि स्थायी नौकरी भी मिलेगी।सरकार के इस निर्णय से वैसे अभ्यर्थियों को बड़ी राहत मिलेगी जो अंतिम रूप से पिछड़ जानें पर एक बार फिर सड़क पर आ जाते हैं।स रकार के इस निर्णय से हर साल हजारों नौजवानों को कम से कम कांट्रैक्ट पर नौकरी जरूर मिल जाएगी।