बिहार शरीफ में दारोगा के बेटे की डेडबॉडी मिलने पर घर में कोहराम मच गया। 20 साल के रूपेश की लाश पंखे से लटकती मिली। बताया जा रहा है रुपेश कुमार ने फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली।
बिहारशरीफ में है तैनाती
रुपेश के पिता धर्मेश कुमार नालंदा में ASI के तौर पर तैनात हैं। अभी उनकी ड्यूटी राजगीर में हॉकी मैच में लगी हुई थी। ASI धर्मेश कुमार के पिता कमलेश्वर दास ने बताया कि जब धर्मेश कुमार ड्यूटी से लौटे तो उन्होंने अपने बेटे रूपेश को बुलाया। लेकिन कमरे से कोई जवाब नहीं मिला।
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कमरे में लटक रही थी लाश
जिसके बाद ASI धर्मेश कुमार कमरे के पास गए तो देखा कि कमरा अंदर से बंद है। उन्होंने कई बार आवाज लगाई और दरवाजे को खटखटाया लेकिन फिर भी अंदर से कोई जवाब नहीं मिला । तब तक आवाज सुनकर आसपास में रहने वाले पुलिस अफसर वहां पहुंचे। जिसकी मदद से कमरे का दरवाजा तोड़ा गया। जैसे ही दरवाजा खुला वैसे ही लोगों की आंखें फटी रह गई क्योंकि रुपेश की लाश लटक रही थी।
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2 पहले ही गांव से लौटा था
धर्मेश कुमार मधेपुरा जिला के रहने वाले हैं । उनका बेटा रूपेश दो दिन पहले मधेपुरा से लौटा था । परिवार वालों का कहना है कि रुपेश बुधवार को दोपहर में हॉकी मैच देखने के लिए राजगीर निकला था लेकिन रास्ते में ट्रैफिक ज्यादा होने की वजह से वो घर लौट आया और उसके बाद जान दे दी ।
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जांच में जुटी पुलिस
बिहार थाना के थानाध्यक्ष सम्राट दीपक के मुताबिक, कमरे से कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है। शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम कराने के बाद परिवारवालों को सौंप दिया। थानाध्यक्ष का कहना है कि पुलिस अब मामले की हर एंगल से जांच कर रही है