
जेडीयू के एक बड़े नेता अपनी पत्नी से इतने परेशान हो गए कि पूरा परिवार मुख्यमंत्री आवास पहुंचकर सीएम नीतीश कुमार से न्याय की गुहार मांग रहा है। जेडीयू नेता ने सीएम नीतीश से अपने और परिवार की सुरक्षा की गुहार लगाई है।वे अपने माता-पिता, बहन और बेटा-बेटी को लेकर मुख्यमंत्री आवास पहुंचे थे।
जेडीयू नेता कौन हैं
पत्नी से परेशान जेडीयू के नेता का नाम अवधेश लाल देव है। अवधेश लाल दरभंगा के बहादुरपुर थाना इलाके के मेघना गांव के रहने वाले हैं। अवधेश लाल देव जदयू अति पिछड़ा प्रकोष्ठ में प्रदेश महासचिव के पद पर हैं। उनका कहना है कि मैं पार्टी का पुराना कार्यकर्ता हूं और पदाधिकारी भी इसलिए नीतीश कुमार से गुहार लगाने आया हूं।
जेडीयू नेता का क्या है आरोप
जेडीयू नेता अवधेश लाल का कहना है कि साल 2006 में उसकी शादी बहेरी थाना इलाके के पकड़ी गांव में हुई थी।अवधेश लाल देव का कहना है कि वे अपने बेटे और बेटी को पटना में रहकर पढ़ा रहे हैं लेकिन बार-बार पत्नी की तरफ से परेशान किया जा रहा है। उन्होंने पत्नी पर नक्सली कनेक्शन का आरोप भी लगाया है
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पत्नी पर क्या हैं आरोप
जदयू के प्रदेश महासचिव अवधेश लाल का आरोप है कि उसकी पत्नी नक्सली संगठन के कमांडर मनोज लालदेव के बहकावे में आकर काम कर रही है। नक्सली कमांडर मनोज लालदेव जैसा कहता है उनकी पत्नी वैसा ही करती है। जेडीयू नेता के मुताबिक के कई दफे मामला थाने और कोर्ट कचहरी तक के जा चुका है। उनका पत्नी के साथ से जो विवाद रहा है इस मामले में समझौता भी हो चुका है। 2012 में भी उनके ऊपर मनोज लाल देव ने एक झूठा मुकदमा कराया था।
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नक्सलियों से सुरक्षा मांगी
अवधेश के मुताबिक के बीते 23 अप्रैल को मनोज लालदेव 50-60 की संख्या में नक्सलियों के साथ उसके घर पहुंचा था और मेरे पूरे परिवार को घेर कर धमकी दी। मैंने जिले के पुलिस अधिकारियों को इसकी सूचना दी लेकिन कोई एक्शन नहीं हुआ था। पुलिस ने मामले को रफा-दफा कर दिया। मैंने डीजीपी से गुहार लगाई लेकिन डीजीपी ने कोरोना का हवाला देकर मिलने से इनकार कर दिया।
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भाई को फंसाने की कोशिश का आरोप
जेडीयू नेता अवधेश लाल देव का कहना है कि उनके भाई ने दारोगा की परीक्षा में सफलता पाई है लेकिन उसके कैरियर को शुरू होने से पहले ही खत्म करने के लिए मुकदमे में नाम दे दिया गया। उन्होंने नीतीश कुमार से इस मामले में तत्काल हस्तक्षेप करने की मांग की है। अवधेश लालदेव जब मुख्यमंत्री आवास पहुंचे वहां मौजूद सुरक्षाकर्मियों ने उन्हें रोक लिया लेकिन मीडिया के सामने अवधेश लाल देव ने अपनी पूरी आपबीती सुनाई।
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अवधेश लाल देव जिस तरह पुलिस की कार्यशैली पर सवाल खड़े कर रहे हैं। उसके बाद यह सवाल उठना लाजमी है कि जब सत्ता पक्ष के ही नेताओं के साथ पुलिस का रवैया ऐसा है तो आम लोगों के साथ कैसा होगा।