
नालंदा जिला में एक क्वारंटाइन सेंटर से 17 प्रवासी मजदूरों के फरार होने की खबर से प्रशासनिक महकमे में हड़कंप मचा है। बताया जा रहा है कि खराब भोजन मिलने की वजह से 17 प्रवासी मजदूर क्वारंटाइन सेंटर से फरार हो गए
क्या है पूरा मामला
करायपरसुराय के ग्रामीण इंटर कॉलेज दीरीपर को क्वारंटाइन सेंटर बनाया गया है। जहां 73 प्रवासी मजदूरों को रखा गया है. जिसमें से 17 प्रवासी मजदूर फरार हो गए। भागने वाले प्रवासी मजदूरों को अपने गांव में प्रवेश नहीं करने देने के कारण 5 मजदूर वापस आ गए। जबकि 12 प्रवासी मजदूर फरार हैं।
भरपेट खाना नहीं मिले का आरोप
क्वारंटाइन सेंटर में वापस लौटने वाले 5 प्रवासी मजदूरों की शिकायत है कि पिछले कई दिनों से लोगों को भरपेट भोजन भी नहीं मिल रहा था। कई बार यहां पर मौजूद अधिकारियों से गुहार लगाने के बावजूद कोई सुनवाई नहीं हुई। इतना ही नहीं यहां के ठेकेदार उल्टे धमकी दे रहे थे।
ड्यूटी पर तैनात अधिकारी भी गायब थे
इस क्वारंटाइन सेंटर पर मजदूर भागें नहीं इसकी सुरक्षा के लिए एक दंडाधिकारी, एक सहायक पुलिस अवर निरीक्षक और सशस्त्र बलों के अलावा दो चौकीदारों की प्रतिनियुक्ति की गई थी। हमेशा की तरह गुरुवार को शाम होते ही पुलिस पदाधिकारी एवं दंडाधिकारी ड्यूटी छोड़कर गायब हो गए। रात्रि में मात्र 2 चौकीदार ड्यूटी पर तैनात थे। इसी का लाभ उठाकर रात्रि के करीब 9:00 बजे 17 प्रवासी मजदूर चहारदीवारी फांद कर फरार हो गए।
छापेमारी में जुटी पुलिस
प्रवासी मजदूरों के फरार होने की सूचना मिलने के बाद शुक्रवार को हिलसा के भूमि सुधार उप समाहर्ता अनिल कुमार सिन्हा, अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी मोहम्मद इम्तियाज अहमद, कराय परसुराय के सीओ चौधरी बसंत कुमार सिंह, बीडीओ नीलेश कुमार थानाध्यक्ष अवधेश कुमार, चिकसौरा के थानाध्यक्ष प्रकाश लाल, प्रखंड समेत अन्य कई पदाधिकारियों ने क्वारंटाइन सेंटर पर जाकर मामले की गहन जांच की। डीएसपी ने सभी फरार प्रवासी मजदूरों को अविलंब बरामद करने का निर्देश दिया।
प्रखंड प्रमुख के पास थी जिम्मेदारी
बताया जाता है कि इस क्वारंटाइन सेंटर पर प्रवासी मजदूरों को भोजन कराने के लिए मकरौता पंचायत के मुखिया को जिम्मेवारी दी गई थी। दो-तीन दिनों के बाद मुखिया से यह जिम्मेवारी वापस लेकर प्रखंड प्रमुख को सौंप दी गई। इसके बाद उपलब्ध कराए जा रहे भोजन से प्रवासी मजदूर संतुष्ट नहीं थे। प्रतिदिन भोजन के लिए प्रवासी मजदूरों द्वारा हंगामा किया जा रहा था।