बिहार बोर्ड ने इंटरमीडिए का रिजल्ट तो जारी कर दिया है. लेकिन मैट्रिक के परीक्षार्थियों को नतीजे के लिए अभी और इंतजार करना पड़ेगा. क्योंकि बिहार बोर्ड ने साफ कर दिया है कि मैट्रिक का रिजल्ट आज कल में नहीं आएगा.
रिजल्ट पर कोरोना संकट
कोरोना वायरस का असर मैट्रिक के रिजल्ट पर भी पड़ा है. कोरोना की वजह से 14 अप्रैल तक पूरे देश में लॉकडाउन लगा है. जिसकी वजह से मैट्रिक की कॉपियों की जांच अभी तक पूरा नहीं हुआ. जिसकी वजह से 14 अप्रैल के पहले रिजल्ट तो नामुमकिन है.
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31 मार्च तक कॉपी की जांच पर रोक
दरअसल, 10वीं की कॉपियों का मूल्यांकन का कार्य जारी था लेकिन देश में कोरोना वायरस के संक्रमण के खतरे को देखते हुए 21 मार्च को इसे स्थगित कर दिया गया। फिर 31 मार्च तक मैट्रिक की कॉपियों का मूल्यांकन स्थगित कर दिया गया. लेकिन जिस तरह देशभर में लॉकडाउन लागू है. ऐसे में इसे 14 अप्रैल तक बढ़ने की संभावना है। स्थितियां अनुकूल रहीं और 14 अप्रैल के बाद कॉपियों का मूल्यांकन दोबारा शुरू हो गया .
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अप्रैल के अंतिम हफ्ते में संभावना
बिहार बोर्ड का कहना है कि अगर हालात सामान्य रहे और 14 अप्रैल से दोबारा कॉपियों का मूल्यांकन शुरू हुआ तो अप्रैल के अंतिम सप्ताह में मैट्रिक के रिजल्ट आ सकते हैं . आपको बता दें कि पिछले साल 6 अप्रैल को मैट्रिक के परिणाम आए थे।
बिहार बोर्ड का क्या है कहना
बिहार बोर्ड के प्रवक्ता राजीव द्विवेदी का कहना है कि मैट्रिक की कॉपियों का अभी मूल्यांकन पूरा नहीं हुआ है। मूल्यांकन का काम समाप्त होने के बाद टॉपर्स की कॉपियों और टॉपर्स का भौतिक सत्यापन होगा। उसके बाद परीक्षा के परिणाम निकाले जाएंगे।” उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस के संक्रमण के कारण अभी कॉपियों के मूल्यांकन का काम ही बंद है, इसलिए जो भी न्यूज माध्यम रिजल्ट तुरंत आने की बात कर रहें हैं वे गलत हैं और उनपर विश्वास ना करें। राजीव द्विवेदी ने कहा कि रिजल्ट निकलने से पहले इसके बारे में बोर्ड की तरफ से आधिकारिक जानकारी दी जाएगी।