
नवादा के आरजेडी विधायक राजबल्लभ यादव की मुश्किलें बढ़ गई है। रेप के आरोपी आरजेडी विधायक राजबल्लभ यादव को बिहारशरीफ जेल से पटना के बेउर जेल भेज दिया गया है। रेप के आरोपी राजबल्लभ यादव के मामले की सुनवाई भी अब बिहारशरीफ कोर्ट में नहीं होगी बल्कि पटना में स्पेशल कोर्ट में होगी। जहां स्पीडी ट्रायल चलाकर केस में फैसला सुनाया जाएगा। इस मामले की सुनवाई न्यायधीश परशुराम सिंह यादव करेंगे। राजबल्लभ यादव मामले से जुड़े सभी साक्ष्य या अभिलेखों को पटना स्पशेल कोर्ट को भेज दिया गया है। राजबल्लभ यादव के साथ अन्य सभी सात आरोपियों को भी पटना के बेउर जेल भेज दिया गया है। विधायक के साथ उनके ड्राइवर विष्णु यादव, सुलेखा देवी, राधा देवी, तुलसी देवी, छोटी कुमारी समेत अन्य आरोपियों को भारी सुरक्षा-व्यवस्था के बीच बेउर भेजा गया। जेल अधीक्षक युसुफ रिजवान के मुताबिक न्यायालय और जिला प्रशासन की अनुमति के बाद सभी आरोपियों को बेउर भेजा गया है।
स्पेशल कोर्ट में क्यों भेजा गया केस
सुप्रीम कोर्ट के हालिया आदेश के मुताबिक सांसद और विधायकों के मामले की सुनवाई स्पीडी ट्रायल के जरिए होना है। इसी के तहत बिहार सरकार ने सांसद-विधायक के मामले की सुनवाई के लिए पटना में स्पेशल कोर्ट बनाया है। राजबल्लभ समेत अन्य आरोपियों की सुनवाई उसी स्पेशल कोर्ट में होगी। जहां न्यायाधीश परशुराम सिंह यादव मामले की सुनवाई करेंगे। यहां बता दें कि बिहार शरीफ व्यवहार न्यायालय में शशिभूषण प्रसाद के कोर्ट में मामले की सुनवाई चल रही थी। फैसले की घड़ी भी नजदीक थी।
क्या है मामला
9 फरवरी 2016 को एक नाबलिग ने अज्ञात के खिलाफ दुष्कर्म की प्राथमिकी महिला थाना में दर्ज कराई। आरोपों में बताया गया था कि 6 फरवरी को पड़ोसी महिला सुलेखा देवी उसे बर्थ-डे पार्टी में जाने का झांसा दे अपने साथ ले गई। महिला ने तीस हजार रुपए में उसे बेच दिया और एक व्यक्ति ने उससे दुष्कर्म किया। पीड़िता ने दावा किया था कि फोटो देख वो आरोपी को पहचान सकती है। इसके बाद घटना की जांच के दौरान पुलिस पीड़िता को घटनास्थल ले गई। जहां छात्रा ने नवादा विधायक की पहचान की। जिसके बाद राजबल्लभ यादव को गिरफ्तार किया गया। दो साल से राजबल्लभ यादव बिहारशरीफ जेल में बंद है।