नालंदा जिलावासियों के लिए अच्छी खबर है. अगर आप मशरूम की खेती कर आमदनी बढ़ाना चाहते हैं तो इसके लिए कृषि विभाग ने स्पेशल ट्रेनिंग सेशन का आयोजन किया है. जिसमें युवाओं और किसानों को मशरूम के उत्पादन और उत्पाद को बाजार में कैसे बेचें इसके बारे में प्रशिक्षण दिया जाएगा.
240 घंटे का प्रशिक्षण
कृषि विभाग के साथ साथ आत्मा इसके लिए प्रशिक्षण का आयोजन कर रहा है. जिसमें 240 घंटे का प्रशिक्षण दिया जाएगा। इसके लिए किसानों से आवेदन लिए जा रहे हैं। जिसमें थ्योरी से लेकर प्रैक्टिकल नॉलेज तक दिया जाएगा.
16 फरवरी को ट्रेनिंग
प्रशिक्षण के लिए आवेदन मंगवाई जा रही है. अब तक 30 से ज्यादा किसानों ने आवेदन किया है. 16 फरवरी से प्रशिक्षण कार्य शुरू किए जाने की संभावना है।
1 हजार रुपए की सिक्योरिटी मनी
प्रशिक्षण के लिए किसानों से 1 हजार रुपया सिक्यूरिटी मनी के तौर पर भी लिया जाना है। प्रशिक्षण खत्म होने पर दक्षता की जांच के लिए परीक्षा का आयोजन होगा. जिसमें पास करने पर सिक्योरिटी मनी वापस कर दी जाएगी। प्रशिक्षण के दौरान नाश्ता और खाना भी विभाग द्वारा दिया जाएगा।
क्या क्या सिखाया जाएगा
कौशल प्रशिक्षण के दौरान स्पॉन तैयार करने से लेकर उत्पादन तक सभी तरह की तकनीकी जानकारी दी जाती है। इसमें प्रशिक्षक के रूप में बीटीएम को नियुक्त किया जाता है। इसके अलावे प्रशिक्षण सत्र के अनुसार कृषि विशेषज्ञों और वैज्ञानिकों को भी आमंत्रित किया जाता है। ताकि सभी तरह की जानकारी किसानों को दी जा सके। इसमें थ्येारी के साथ-साथ प्रैक्टिकल जानकारी भी दी जाती है। आवश्यकता पड़ने पर स्थल निरीक्षण भी कराया जाता है।
बाजार में मशरूम की मांग
आजकल बाजार में मशरूम की मांग तेज होती जा रही है. जिसके बाद से कई किसान और युवा मशरूम की खेती कर अच्छी आमदनी कमा रहे हैं.