देश के उच्च शिक्षण संस्थानों में शोध गुणवत्ता को सुधारने के मकसद से प्रधानमंत्री रिसर्च फेलोशिप (PMRF)योजना में संशोधन किया गया है. फेलोशिप के लाभ को ज्यादा से ज्यादा शोधकर्ताओं तक पहुंचाया जा सके. साथ ही गेट (GATE) का स्कोर भी कम कर दिया गया है
प्रधानमंत्री रिसर्च फेलोशिप योजना में संशोधन
केंद्र सरकार ने प्रधानमंत्री रिसर्च फेलोशिप योजना ( PMRF scheme)में संशोधन किए हैं। ताकि ज्यादा से ज्यादा छात्रों को इस योजना का लाभ पहुंचाया जा सके. मानव संसाधन विकास मंत्रालय (Ministry of human resource development) के मुताबिक किसी भी मान्यता प्राप्त संस्थान या यूनिवर्सिटी (IISc,IIT, NIT,IISERS IIEST,CF IIITs के अलावा) के छात्र फेलोशिप के लिए पात्र होंगे। मंत्रालय के इस कदम से रिसर्च के फील्ड में आगे बढ़ने वाले स्टूडेंट्स के लिए यह बेहतर मौका साबित हो सकता है।
क्या है PMRF योजना
पीएम प्रधानमंत्री रिसर्च फेलोशिप 2018-2019 में शुरू की गई थी। इसके तहत हर साल एक हजार छात्रों को फेलोशिप देने की योजना है। साल 2019 में 119 छात्रों का चयन किया गया था। प्रधानमंत्री रिसर्च फेलोशिप योजना में सफल होने वाले स्टूडेंट्स को इस फेलोशिप के तहत छात्रों को 80,000 तक की फेलोशिप दी जाती है। इस योजना के तहत छात्रों को पहले दो वर्षों के लिए हर महीने 70,000 की फेलोशिप दी जाती है। वहीं तीसरे साल के लिए 75,000 रुपये और चौथे और पांचवे साल में हर महीने 80,000 रुपये की फेलोशिप दी जाती है।
गेट का स्कोर घटाकर 650 किया
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि किसी भी मान्यता प्राप्त संस्थान/ विश्वविद्यालय के छात्रों के लिए आवश्यक गेट का स्कोर न्यूनतम 8 या समकक्ष सीजीपीए के अलावा 750 से घटाकर 650 कर दिया गया है। इसके बाद ये संशोधन आईआईएससी,आईआईटी,एनआईटी,आईआईएसईआर,आईआईईएसटी,केंद्र पोषित आईआईआईटी पर लागू होंगे।