कोरोना संकट के बीच रेल मंत्रालय ने बड़ा फैसला लिया है । रेल मंत्रालय ने 30 जून 2020 तक रेल टिकटों की बुकिंग को रद्द कर दिया है।
सबको मिलेगा रिफंड
रेल मंत्रालय के मुताबिक 30 जून 2020 या उससे पहले यात्रा करने के लिए बुक किए गए सभी टिकटों को रद्द कर दिय गया है. 30 जून 2020 तक बुक किए गए सभी टिकटों का रिफंड कर दिया गया है. कहा जा रहा था कि रेलवे 22 मई से मेल, एक्सप्रेस और शताब्दी ट्रेनों का संचालन शुरू कर सकता है। लेकिन अब जून तक सभी ट्रेनों के लिए बुक टिकट रद्द कर दिया गया है
रेल मंत्रालय के मुताबिक 30 जून 2020 या उससे पहले यात्रा करने के लिए बुक किए गए सभी टिकटों को रद्द कर दिय गया है. 30 जून 2020 तक बुक किए गए सभी टिकटों का रिफंड कर दिया गया है. कहा जा रहा था कि रेलवे 22 मई से मेल, एक्सप्रेस और शताब्दी ट्रेनों का संचालन शुरू कर सकता है। लेकिन अब जून तक सभी ट्रेनों के लिए बुक टिकट रद्द कर दिया गया है
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स्पेशल ट्रेनें चलती रहेंगी
हालांकि अभी चल रही स्पेशल ट्रेन और श्रमिक स्पेशल ट्रेन चलती रहेंगी. यानि राजधानी दिल्ली से 15 शहरों के लिए चल रही स्पेशल ट्रेनें चलती रहेंगी. रेलवे रख रहा यात्रियों के गंतव्य पते का रिकॉर्ड
रेलवे ने कहा है कि कोरोना वायरस संकट के मद्देनजर 13 मई से भारतीय रेलवे कैटरिंग एंड टूरिज्म कॉर्पोरेशन (आईआरसीटीसी) ऑनलाइन टिकट बुक करने वाले सभी यात्रियों के गंतव्य पते का रिकॉर्ड अपने पास रख रहा है। इससे रेलवे को बाद में आवश्यकता पड़ने पर संपर्क करने में मदद मिलेगी।
हालांकि अभी चल रही स्पेशल ट्रेन और श्रमिक स्पेशल ट्रेन चलती रहेंगी. यानि राजधानी दिल्ली से 15 शहरों के लिए चल रही स्पेशल ट्रेनें चलती रहेंगी. रेलवे रख रहा यात्रियों के गंतव्य पते का रिकॉर्ड
रेलवे ने कहा है कि कोरोना वायरस संकट के मद्देनजर 13 मई से भारतीय रेलवे कैटरिंग एंड टूरिज्म कॉर्पोरेशन (आईआरसीटीसी) ऑनलाइन टिकट बुक करने वाले सभी यात्रियों के गंतव्य पते का रिकॉर्ड अपने पास रख रहा है। इससे रेलवे को बाद में आवश्यकता पड़ने पर संपर्क करने में मदद मिलेगी।
एक मई से 642 श्रमिक स्पेशल ट्रेनों का संचालन
बता दें कि रेलवे ने एक मई से 642 श्रमिक स्पेशल ट्रेनों का संचालन किया है, जिससे देश के विभिन्न हिस्सों में लॉकडाउन के चलते फंसे आठ लाख प्रवासी मजदूरों को उनके घर पहुंचाया गया। यह जानकारी अधिकारियों ने बुधवार को दी। इनमें से सबसे अधिक ट्रेनें (301) उत्तर प्रदेश और उसके बाद बिहार (169) पहुंचीं।
बता दें कि रेलवे ने एक मई से 642 श्रमिक स्पेशल ट्रेनों का संचालन किया है, जिससे देश के विभिन्न हिस्सों में लॉकडाउन के चलते फंसे आठ लाख प्रवासी मजदूरों को उनके घर पहुंचाया गया। यह जानकारी अधिकारियों ने बुधवार को दी। इनमें से सबसे अधिक ट्रेनें (301) उत्तर प्रदेश और उसके बाद बिहार (169) पहुंचीं।
अन्य राज्यों में मध्य प्रदेश में 53, झारखंड में 40 ट्रेनें, ओडिशा में 38, राजस्थान में आठ, पश्चिम बंगाल में सात, छत्तीसगढ़ में छह और उत्तराखंड में चार ट्रेनें पहुंचीं। आंध्र प्रदेश, जम्मू कश्मीर और महाराष्ट्र में तीन-तीन ट्रेनें पहुंचीं, जबकि एक-एक ट्रेन हिमाचल प्रदेश, कर्नाटक, मणिपुर, मिजोरम, तमिलनाडु, तेलंगाना और त्रिपुरा पहुंचीं।