मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने साल 2020 तक सूबे के एक करोड़ युवाओं को हुनरमंद बनाने का प्रण लिया है । मुख्यमंत्री ने कहा कि बिहार में काम की कमी नहीं है, स्किल की कमी है। इसके लिए एक करोड़ युवाओं को ट्रेनिंग देना हमारा लक्ष्य है। ये बातें उन्होंने पटना के वेटनरी कॉलेज ग्राउंड में आयोजित राज्यस्तरीय कौशल प्रतियोगिता का उद्घाटन के मौके पर कही । सीएम नीतीश कुमार ने कहा कि बिहार में युवाओं की आबादी सबसे अधिक है, इसे दक्ष बनाकर उन्हें रोजगारपरक बनाया जा सकता है, जिनका उपयोग देश के अंदर अन्य राज्यों एवं विदेशों में हो सकता है। साथ ही उन्होंने कहा कि हम न्याय के साथ विकास करते हैं। 2020 तक एक करोड़ युवाओं को हम हुनरमंद बनाएंगे, ताकि वो अपना रोजगार सृजन कर सकें। एक साल में में कौशल विकास पर 90 हजार करोड़ रूपये खर्च होंगे, हमारे युवा हुनरमंद होंगे और आगे बढ़ेंगे।
साथ ही मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में 12 वर्षों में हरेक क्षेत्र में काम किया गया है। हमने शुरु में ही अपने अधिकारियों से कहा था कि आप योजना बनाइये पैसे की चिंता मत कीजिए। उस समय पूरे बिहार का बजट 22 हजार करोड़ रुपए का हुआ करता था। इस साल का बजट आकार 1 लाख 80 हजार करोड़ रुपए का है, जिसमें 90 हजार करोड़ रुपये विकास कार्यों में खर्च होगा।
वहीं, उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी ने दावा किया कि स्किल बिहार के बिना स्किल इंडिया मुमकिन नहीं है। बिहार के युवाओं को हुनरमंद बनाना हमारी प्राथमिकता है। देश के विकसित राज्यों और विदेशों में स्किल्ड लोगों की मांग है। बिहार के युवा अपने को हुनरमंद बनाकर अपनी उपयोगिता साबित कर सकते हैं।