नालंदा में शिक्षक भर्ती घोटाला में बड़ी कार्रवाई, कौन-कौन हुए बर्खास्त जानिए

0

नालंदा जिला में जाली सर्टिफिकेट पर शिक्षकों के बहाली मामले में रोजाना चौंकाने वाले खुलासे हो रहे हैं। मामला बढ़ता देख जिला प्रशासन ने भी कई शिक्षकों पर कार्रवाई की है । साथ ही टीआई परेड कराने का फैसला किया है । वहीं कार्रवाई की डर से एक फर्जी शिक्षका ने इस्तीफा दे दिया है ।

एक रौल नंबर पर कई टीचर बहाल
शिक्षकों की बहाली में जैसे जैसे जांच आगे बढ़ रही है वैसे वैसे कई गड़बड़झाले सामने आ रहे हैं। शिक्षकों के सर्टिफिकेट की जांच के दौरान पता चला कि एक नाम पर कई शिक्षकों की बहाली हुई है। यानी टीईटी पास करने वाले एक हैं, लेकिन उस नाम और रोल नंबर पर कई लोग बहाल कर दिए गए है।

किन-किन शिक्षकों की सेवा समाप्त
जांच के बाद चार सुषमा कुमारी और एक खुशबू कुमारी की सेवा समाप्त कर दी गई है। साथ ही जांच के डर से हरनौत प्रखंड के प्राथमिक विद्यालय चखामिन्द में कार्यरत शिक्षिका अनामिका कुमारी ने त्यागपत्र दे दिया है। सुषमा कुमारी घोड़ा कटोरा और कैड़ी स्कूल में एक ही रौल नंबर 2528118349 पर कार्यरत हैं। दोनों के मैट्रिक प्रवेश पत्र और आधार कार्ड में अंकित फोटो में अंतर है लेकिन दोनों के प्रमाण पत्र एक हैं और दोनों दो विद्यालय में कार्यरत हैं। विभाग ने दोनों की सेवा समाप्त कर दी है। फर्जी टीईटी प्रमाण पत्र पर थरथरी के प्राथमिक विद्यालय लखाचक की शिक्षिका सुषमा कुमारी, फर्जी नाम पर सिलाव के प्राथमिक विद्यालय बड़गांव में कार्यरत शिक्षिका सुषमा कुमारी और फर्जी टीईटी प्रमाण पत्र पर हिलसा के प्राथमिक विद्यालय भरेती में कार्यरत खुशबू कुमारी की सेवा समाप्त कर दी गई है।

एक सुषमा के नाम पर सात सुषमा की बहाली
शिक्षिका सुषमा कुमारी छह प्रखंडों के सात विद्यालयों में कार्यरत हैं। सभी सुषमा कुमारी के टीईटी क्रमांक एक ही हैं। फोटो में थोड़ा अंतर है । सुषमा कुमारी इस्लामपुर, गिरियक, नूरसराय, सिलाव, चंडी और थरथरी में दो विद्यालयों में कार्यरत हैं। वे लखाचक, दीरीपर स्कूल,बड़गांव और सालेहपुर स्कूल के साथ बुढ़ानगर स्कूल में एक ही रौल नंबर पर काम कर रही हैं ।

एक अनामिका के नाम पर तीन अनामिका टीचर बनीं
डीपीओ ने बताया कि जांच में पाया कि एक ही क्रमांक पर तीन अनामिका कुमारी लखाचक, हरनौत और रामाबिगहा स्कूल में कार्यरत हैं।

22 जनवरी को टीआई परेड
नालंदा जिला में 22 जनवरी को 12 शिक्षकों का डीईओ कार्यालय में टीआई परेड कराया जाएगा। इसमें जांच के दायरे में आने के कारण उन्हें अपना पक्ष रखने का अंतिम मौका दिया जा रहा है। अन्यथा इन्हें फर्जी करार दे दिया जाएगा।

हाईकोर्ट ने दिया था बचने का मौका दिया
डीपीओ स्थापना के मुताबिक पटना हाईकोर्ट ने फर्जी दस्तावेज पर बहाल लोगों को इस्तीफा देकर कार्रवाई से बचने का मौका दिया था। बावजूद इसके प्राथमिक और मिडिल स्कूलों में बहाल कई शिक्षकों ने इस्तीफा नहीं दिया है । ऐसे में इन शिक्षकों पर कार्रवाई की जाएगी।

Load More Related Articles
Load More By Nalanda Live
Load More In खास खबरें

Leave a Reply

Check Also

योगी राज में मारा गया एक और माफिया.. कई जिलों में धारा 144 लगाई गई

कहा जाता है कि यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ माफिया के लिए काल हैं.. उनके राज में कोई…