
केमिकल फैक्ट्री में बॉयलर फटने से 6 लोगों की मौत हो गई है। जबकि 13 लोग जख्मी हैं। मरने वालों में चार लोग नालंदा जिला के रहने वाले हैं । परिवार पर दुःख का पहाड़ टूट पड़ा है। गांव में मातम पसरा है
क्या है पूरा मामला
आंध्रप्रदेश के एलुरु जिला में केमिकल फैक्ट्री में बॉयलर फटने से आग लग गई। जिसमें नालंदा जिला के रहने वाले चार लोगों की मौत हो गई । जबकि दो लोग बुरी तरह झुलस गए हैं ।
मृतकों में कौन-कौन
हादसे में जिन चार लोगों की मौत हुई है । उसमें चंडी थाना क्षेत्र के हबीबुल्लाहचक गांव के कारु रविदास और सुभाष रविदास शामिल हैं। साथ ही हरनौत थाना क्षेत्र के रामसंग-डिहरा गांव के मनोज मोची और बसनीमा गांव के अवधेश रविदास भी हादसे में मौत हो गई।
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घायलों में कौन कौन
हादसे में नालंदा जिला के जो दो लोग घायल हैं उसमें एक हबीबुल्लाहचक गांव के रहने वाले मुनारक पासवान और बसनीमा गांव के रवि रविदास शामिल हैं ।
नीतीश कुमार ने मुआवजे का ऐलान किया
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भी हादसे में मारे गए लोगों के लिए 2-2 लाख रुपए और घायलों के लिए 50-50 हजार रुपए की मदद राशि देने का ऐलान किया है
आंध्र प्रदेश के एलुरू के अक्किरेड्डीगुडेम में पोरस लैब में बॉयलर फटने का हादसा दुःखद। इस हादसे में बिहार के मृतकों के परिजनों को मुख्यमंत्री राहत कोष से 2-2 लाख रू० तथा हादसे में घायल हुए बिहार के मजदूरों को 50-50 हजार रू० अनुग्रह अनुदान दिया जाएगा। (1/2)
— Nitish Kumar (@NitishKumar) April 14, 2022
मुआवजे का मरहम
आंध्र प्रदेश के CM वायएस जगन मोहन रेड्डी ने मृतकों के परिजन को 25 लाख रुपए, गंभीर घायलों को 5 लाख और मामूली घायल लोगों को 2 लाख रुपए मुआवजा देने का ऐलान किया है। यानि मृतक के परिजनों को कुल 27 लाख रुपए मिलेंगे 25 लाख आंध्र सरकार से और 2 लाख बिहार सरकार देगी
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10 दिन पहले ही गांव से गए थे
मृतक सुभाष रविदास और कारु रविदास के परिवार वालों ने बताया कि 10 दिन पहले ही गांव से दोनों लोग केमिकल फैक्ट्री में काम करने के लिए आंध्र प्रदेश गए थे। दोनों करीब 2011 से ही आंध्र प्रदेश में केमिकल फैक्ट्री में काम करते थे। होली की छुट्टी पर घर आए थे और 10 दिन पूर्व ही फिर से काम पर लौटे थे। किसे पता था कि दोनों की अर्थी ही लौट कर आए। दोनों अपने घर में इकलौते कमाने वाले थे।
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5 माह पहले ही गया था कमाने
वहीं, हादसे में हरनौत प्रखंड के रामसंग डीहरा गांव निवासी मनोज मोची और बसनीमा गांव निवासी अवधेश रविदास की भी मौत हो गई है। परिजनों का कहना है कि लॉकडाउन की मार झेलने के बाद करीब पांच महीने पहले ही रोजी रोटी कमाने के लिए मनोज मोची और अवधेश रविदास आंध्र प्रदेश गए थे।