BPSC के पेपर लीक मामले में बड़ा खुलासा हुआ है । जिसके मुताबिक PT की परीक्षा में कैंडिडेंट्स से पेपर और आंसर बताने के लिए 8 से 10 लाख रुपए की डील हुई थी। हर कैंडिटेड से 10-10 लाख रुपए लिए गए। ये पैसे अलग-अलग खातों में डलवाया गया। EOU (आर्थिक अनुसंधान इकाई) ने इस मामले में 4 लोगों को गिरफ्तार किया है। इसके साथ कई बैंक अकाउंट्स को सीज किया गया है।
एग्जाम से पहले क्वेश्चन पेपर उपलब्ध कराने और उसका जवाब बताने के लिए प्रति कैंडिडेट 8 से 10 लाख रुपए का डील तय हुई थी। शातिर माफिया ने यह डील एक-दो नहीं, बल्कि कई कैंडिडेट्स के साथ की थी। यह बड़ा खुलासा आर्थिक अपराध शाखा (EOU) की जांच में हुई है। BPSC के एग्जाम की यह शुरुआती डील थी। यह एक एग्जाम बेस्ड डील थी। इस बात की पुष्टि EOU (आर्थिक अनुसंधान इकाई) के ADG नैयर हसैनन खान ने की है।
उन्होंने यह भी बताया कि इस मामले की जांच करते हुए उनकी टीम ने 4 और लोगों को गिरफ्तार किया है। इसमें IAS अधिकारी रंजीत सिंह को उनके मोबाइल पर एग्जाम शुरू होने से पहले सेट C का क्वेश्चन पेपर भेजने वाला शख्स भी शामिल है। शातिर माफियाने यह डील कितने कैंडिडेट्स के साथ की है? इस बात की अभी जांच चल रही है।
ADG के अनुसार, गिरफ्तार किए गए सभी लोगों से लंबी पूछताछ की गई है। इनके ठिकानों पर छापेमारी की गई। वहां से पेपर चोरी करने के कई उपकरण भी बरामद हुए हैं। साथ ही बड़े पैमाने पर कैश में रुपए की बरामदगी हुई है। पूछताछ और छापेमारी के दौरान इनके कई बैंक अकाउंट्स का पता चला। इन्हीं अकाउंट्स में डील के अनुसार कैंडिडेट्स से रुपए मंगवाए गए। उसमें लाखों रुपए आए हैं। हर एक अकाउंट्स को खंगाला गया है। इसके बाद सभी अकाउंट्स को फ्रिज कर दिया गया है।
अब तक इस मामले में कुल 8 लोगों की गिरफ्तारी हुई है। ADG ने दावा किया है कि EOU की जांच इस मामले में अभी रूकने वाली नहीं है। इस केस की जांच और पड़ताल आगे जारी रहेगी। बहुत सारी सूचनाएं मिली हैं। उनका सत्यापन करना है। BPSC से काफी सारी डिटेल्स मांगी गई है। जिसका अध्ययन चल रहा है। यह कार्रवाई इस केस की दूसरी कड़ी है। इसमें कई और लोगों की गिरफ्तारियां होनी है। जिनकी तलाश में छापेमारी चल रही है।