बिहार में रोडरेज की घटनाएं दिनों दिन बढ़ती जा रही है । आए दिन रोडरेज में मारपीट की वारदात सामने आ रही है । ताजा मामला एनएच-28 का है । जहां ट्रैक्टर और फॉर्च्यूनर के बीच टक्कर हुई। जिसके बाद नाराज फॉर्च्युनर सवारों ने ट्रैक्टर समेत ड्राइवर को जिंदा जला दिया।
क्या है पूरा मामला
बताया जा रहा है कि मोहम्मदपुर के भीम पुरवा गांव के रहने वाला मनीष कुमार सिंह अपना ट्रैक्टर लेकर गोपालगंज से गन्ना गिराकर वापस आ रहा था. इसी बीच देवापुर के सामने एनएच-28 पर अनियंत्रित होकर ट्रैक्टर एक फॉर्च्यूनर गाड़ी से टकरा गई. स्थानीय लोगों के मुताबिक हादसे के बाद गुस्साए फॉर्च्यूनर सवारों ने ड्राइवर मनीष को ट्रैक्टर सहित जिंदा जला दिया और गाड़ी छोड़कर फरार हो गए।
पुलिस की अलग थ्योरी
वहीं इस मामले में पुलिस अलग थ्योरी दे रही है। बरौली के थाना प्रभारी राकेश कुमार शर्मा के ट्रैक्टर चालक को जिंदा जलाया नहीं गया है. बल्कि हादसे के बाद ट्रैक्टर के पलट गया था । जिसके बाद ट्रैक्टर में आग लग गई। ड्राइवर ट्रैक्टर से दब गया था और आग लगने के कारण उसकी घटनास्थल पर ही मौत हो गई
कौन है फॉर्च्यूनर का मालिक
फॉर्च्यूनर की गिनती महंगी और लग्जरी गाड़ियों में होती है। फॉर्च्यूनर गाड़ी पर लिखे नंबर को नंबर सर्च करने पर पता चला कि ये गाड़ी मुजफ्फरपुर के सरफराज का है। हालांकि पुलिस अबतक किसी को भी गिरफ्तार नहीं कर पाई है ।
नालंदा लाइव के सवाल
अगर ट्रैक्टर में पलटने से आग लगी तो फिर फॉर्च्यूनर सवार भागे क्यों ?
फॉर्च्यूनर सवारों ने गलती नहीं की तो फिर गाड़ी छोड़कर क्यों भागे ?
ट्रैक्टर रोबस्ट गाड़ी होती है ऐसे में उसमें जल्दी आग नहीं लगती है । ऐसे में पुलिस की थ्योरी गले नहीं उतर रही है । बाकि मामला जांच के बाद ही साफ हो पाएगा कि ये महज एक हादसा है या हत्या ?