
बिहार में डेंगू का सितम लगातार जारी है. पटना के सबसे बड़े अस्पताल पीएमसीएच में अबतक डेंगू के 245 मरीजों की पुष्टि हो चुकी है. इसकी संख्या लगातार बढ़ रही है. पीएमसीएच में इसको देखते हुए डॉक्टरों की टीम को तैनात की गई है।
पटना में डॉक्टर की मौत
पटना में डेंगू की वजह से एक डॉक्टर की मौत हो गई। डॉ. विजय कुमार फोर्ड हॉस्पिटल में एनेस्थेसिया के डॉक्टर थे। वे डेंगू हेमोरेजिक शॉक सिंड्रोम से पीड़ित थे। दो दिन पहले जांच से पता चला था। उनका फोर्ड हॉस्पीटल में ही इलाज चल रहा था। डॉ. विजय के मित्र और पटना एम्स में कार्यरत डॉ. हर्षवर्धन ने बताया कि उन्हें जब अस्पताल में भर्ती किया गया था तो प्लेटलेट्स की स्थिति ठीक थी। गुरुवार को प्लेटलेट्स 50,000 पर आ गई। इसके बाद शुक्रवार को 18,000 और फिर 5000 पर आ गई। इसके बाद हेमोरेजिक शॉक हो गया। जिससे 34 साल के डॉ. विजय कुमार की मौत हो गई
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पिछले साल हुई थी शादी
डॉ. विजय की पिछले साल ही शादी हुई थी। पत्नी इंजीनियर हैं और अभी एमटेक कर रही हैं। फोर्ड हॉस्पीटल के निदेशक डॉ. बीबी भारती ने बताया कि डेंगू हेमोरेजिक शॉक सिंड्रोम में चले जाने पर बहुत कुछ करने के लिए नहीं बच जाता है।
छपरा के भी एक डॉक्टर डेंगू की चपेट में
छपरा के एक डॉक्टर भी डेंगू से पीड़ित हैं। उन्हें पटना के पारस अस्पताल में भर्ती कराया गया है। इधर, पीएमसीएच में भी मरीजों के आने का सिलसिला जारी है। आज पीएमसीएच में डेंगू के 40 नए मरीज भर्ती हुए हैं। नालंदा जिला में भी डेंगू की वजह से अबतक चार लोगों की मौत हो चुकी है।
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डेंगू के लक्षण
– अचानक बुखार, सरदर्द, आंखों के पीछे दर्द, मांसपेशियों में दर्द के साथ सर्दी और उलटी जैसे लक्षण।
डेंगू के उपचार के कुछ घरेलू उपाय
डेंगू की स्थिति में आप डॉक्टर के संपर्क में जरूर रहें। हां, डॉक्टर की सहमति से कुछ घेरलू उपाय भी अपना सकते हैं। जैसे
– गिलोय के तने को उबालकर सेवन करें। साथ में तुलसी के कुछ पत्ते भी मिला लें।
– पपीता के पत्ते प्लेटलेट्स व इम्युनिटी बढ़ाते हैं। इन पत्तों का जूस का सेवन करें।
– दूध के साथ हल्दी मिलाकर लें।