मॉनसून नालंदा जिला पर मेहरबान है। बिहारशरीफ में लगातार दो घंटे तक बारिश हुई । जिससे उमस भरी गर्मी से राहत तो मिली । लेकिन खुद को स्मार्ट मानने वाले बिहारशरीफ नगर निगम की पोल खोलकर रख दिया ।
बिहारशरीफ में जल जमाव
कागजी दस्तावेजों में बिहारशरीफ को स्मार्टसिटी का तमगा मिल गया है। लेकिन स्मार्टसिटी कितना स्मार्ट है इसकी पोल मॉनसून ने खोल कर रख दिया । दो घंटे कि मूसलाधार बारिश से बिहारशरीफ तालाब में तब्दील हो गई । हर तरफ पानी ही पानी दिख रहा था। चाहे वो बिहारशरीफ का रांची रोड हो या टेलीफोन एक्सचेंज । हर तरफ पानी भरा था।
वीआईपी इलाका भी डूबा
ये हालत सिर्फ शहर के आम इलाकों का ही नहीं था। शहर के वीआईपी माने जाने वाले डीएम और एसपी आवास तक में पानी घुस गया। कई सरकारी कार्यालयों में भी घुटने भर पानी जमा हो गए। डीएम और एसपी आवास की सड़कें नदियां में तब्दील हो गई थी।
झील में तब्दील श्रमकल्याण मैदान
हाल ही में स्मार्ट सिटी योजना के तहत श्रम कल्याण के मैदान में मिट्टी भराई कर ड्रेनेज सिस्टम बनाया गया था। ताकि यहां जलजमाव ना हो । लेकिन सब फेल हो गया । सारी तैयारियां और योजनाएं धरी की धरी रह गई। ड्रेनेज सिस्टम फेल होने की वजह से पूरा मैदान झील में तब्दील दिखा।
सड़क दरिया में तब्दील
वहीं निचले इलाके के दुकानों में भी पानी घुस गया। जिसके कारण दुकानदारों को काफी नुकसान उठाना पड़ा । कई घरों में भी घुटने भर भर गया। वहीं, कई मोटरसाइकिल भी पानी में डूबे गए। हर साल नगर निगम नालों की सफाई का दावा करती है लेकिन इसे देखकर लगता है कि सब सरकारी भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गई है।