नालंदा जिला से मुंडन कराने झारखंड के रजरप्पा जा रही बस पलट गई. जिसमें तीन लोगों की मौत हो गई. जबकि 21 लोग जख्मी हो गए.
क्या है पूरा मामला
नालंदा जिले के बुधौल गांव निवासी ललन प्रसाद के तीन साल के बेटे कारू का मुंडन संस्कार कराने मां छिन्नमस्तिका मंदिर रजरप्पा जा रहे थे। तभी रांची-पटना रोड पर चरही घाटी में यात्रियों से भरी बस डिवाइडर से टकराकर पलट गई। हादसे में दो महिलाओं सहित तीन लोगों की मौत हो गई। मृतकों में वेना थाना क्षेत्र के गराई बिगहा गांव के रहने वाले रंजीत कुमार, धर्मेन्द्र ब्रह्मचारी की पत्नी किमी देवी और सिलाव के नानंद गांव की रहने वाली पिंकी देवी हैं। 21 लोग घायल हैं। इन्हें इलाज के लिए सदर अस्पताल हजारीबाग और मांडू अस्पताल ले जाया गया, जहां से गंभीर रूप से घायल सात लोगों को रिम्स, रांची रेफर कर दिया गया। कुछ घायलों को परिजन बिहार ले आए। बस में करीब 70 लोग सवार थे।
सांसद और विधायक पहुंचे
घटना के बाद शवों को गांव लाया गया। मृतका किमी का मायका नानंद और ससुराल गराई बिगहा है। उनके पति दिल्ली में रहते हैं। वहीं, मृतक रंजीत दो भाई थे। घटना की खबर पाकर शोक संवेदना व्यक्त करने सांसद कौशलेंद्र कुमार और राजगीर विधायक रवि ज्योति नानद पहुंचे। सिलाव बीडीओ डॉ. अंजनी कुमार ने बताया झारखंड से आपदा के तहत मुआवजा पीड़ित परिवारों को मिलेगा। किमी के दो बच्चे हैं, अनुपम और अंशुमन। मृतक रंजत के भी दो पुत्र है, छोटा आशीष छह साल का है। पिंकी देवी का पुत्र अनिकेत और अंजनी मां की लाश से लिपट कर रो रहा था।
कौन-कौन हुए जख्मी
धरहरा निवासी लालती देवी, बलवापर गांव निवासी मनीषा कुमारी व बुधौल गांव निवासी अनिता देवी का इलाज विम्स में किया जा रहा है। जख्मी प्रियंका कुमारी, शिवम कुमार, अंकुश कुमार, संजय चौधरी, अरुण कुमार, सुधीर कुमार, मुस्कान कुमारी, संतोष कुमार, संतोष कुमार-2, लवली कुमारी, सरोज देवी, सुनीता देवी और शिवम कुमार को सदर अस्प्ताल लाया गया। जहां से 6 लोगों को पटना रेफर कर दिया गया। अन्य जख्मी में संजय, तरुण, किरपाल, अरुण, जितेन्द्र, संतोष, सुधीर, सोनू, विद्या देवी, अंकुर, मुस्कान, शिवम, शिवराज, रिया अन्य शामिल हैं।
ड्राइवर ने पी रखी थी शराब, झपकी भी आ रही थी
हजारीबाग के सदर अस्पताल में भर्ती घायल अरुण कुमार ने कहा- बस ड्राइवर सोहन कुमार ने शराब पी रखी थी। वह काफी तेज रफ्तार से बच चला रहा था। उसे झपकी भी आ रही थी। रात करीब डेढ़ बजे ड्राइवर को सतर्क भी किया था। लेकिन उसने सभी लोगों को आराम से सो जाने को कहा। लेकिन बस की चाल देखकर मेरी आंखों से नींद गायब थी। इस दौरान बस दो बार दुर्घटनाग्रस्त होने से बची भी। इसी दरम्यान सुबह करीब चार बजे बस चरही घाटी से गुजर रही थी। यूपी मोड़ पर ड्राइवर ने बस से नियंत्रण खो दिया और बस डिवाइडर से टकराकर दूसरे लेन में जाकर पलट गई।