बिहार के नालंदा और नवादा जिला के छह छात्रों को उत्तर प्रदेश के कानपुर से गिरफ्तार किया गया है। यूपी एसटीएफ की टीम ने सभी छह आरोपियों को गिरफ्तार किया है । जिसमें से पांच छात्र नालंदा जिला के और एक छात्र नवादा जिला का रहने वाला है । सभी छह आरोपियों को जेल भेज दिया गया है ।
क्यों हुई गिरफ्तारी
गिरफ्तार सभी छात्र सॉल्वर गैंग से जुड़ें हैं और कर्मचारी चयन आयोग की मल्टी टास्किंग परीक्षा में दूसरे के बदले परीक्षा दे रहे थे । यूपी एसटीएफ ने रावतपुर थाने में सभी के खिलाफ धोखाधड़ी, साजिश, कूटरचित दस्तावेज तैयार कर इस्तेमाल करने और सार्वजनिक परीक्षा अधिनियम के तहत केस दर्ज उन्हें जेल भेज दिया।
क्या है मामला
दरअसल, कर्मचारी चयन आयोग ने मल्टी टास्किंग परीक्षा का आयोजन किया था । जिसका सेंटर कानपुर के अंबेडकरपुरम स्थित अनजिप टेक्नोलॉजी केंद्र पर था । जिसमें नालंदा के जिला के दो परीक्षार्थी भी शामिल हुए थे। दोनों वास्तविक छात्रों के बदले सॉल्वर गैंग के सदस्यों ने परीक्षा दिया
कैसे हुई गिरफ्तारी
यूपी एसटीएफ को फोन पर गुप्त सूचना मिली की परीक्षा केंद्र पर दो वास्तविक परीक्षार्थी अपने साथ साल्वर लेकर आ रहे हैं, जो उनकी जगह परीक्षा देंगे। सूचना मिलने पर एसटीएफ परीक्षा केन्द्र के पास सक्रिय हो गई। बताए गए हुलिए के लोग कुछ देर में ही नजर आ गए। उन्हें पकड़ कर पूछताछ की गई तो सॉल्वर गैंग का भंडाफोड़ हो गया।
कौन किसका सॉल्वर था
यूपी एसटीएफ के मुताबिक, पूछताछ में पता चला कि वास्तविक अभ्यर्थी आरपी कुमार की जगह सुमन कुमार और वास्तविक परीक्षार्थी इंद्रजीत सिन्हा की जगह पर सॉल्वर अमरेंद्र कुमार परीक्षा देने वाले थे। इसके अलावा एक अतिरिक्त सॉल्वर अमरजीत को भी भेजा गया था। ताकि अगर किसी प्रकार की दिक्कत होने पर अमरजीत परीक्षा में बैठ सके। साथ ही गिरोह को कॉर्डिनेट करने वाला सतीश भी परीक्षा केंद्र के पास ही मौजूद था। इन सभी छह आरोपियों को गिरफ्तार कर एसटीएफ ने जेल भेज दिया।
कौन कौन गिरफ्तार
आरपी कुमार, परिऔना, नूरसराय, नालंदा
सुमन कुमार, मोहनपुर, नालंदा
सतीश कुमार, जलालपुर, हरनौत, नालंदा
अमरजीत कुमार,धम्मौल, रजौली, नवादा
इंद्रजीत सिन्हा,नानंद, सिलाव, नालंदा
अमरेंद्र कुमार, बाराखुर्द, नूरसराय नालंदा
दो-दो लाख में सौदा
परीक्षार्थियों से सॉल्वर गैंग से दो-दो लाख रुपए में सौदा तय किया था । इस गैंग का सरगना भी नालंदा का रहने वाला ही बताया जा रहा है । उसका नाम अविनाश है । आरोपी आरपी कुमार के मुताबिक उसने अविनाश कुमार शर्मा से डील किया था । परीक्षा के लिए सॉल्वर उपलब्ध कराने के लिए अविनाश ने दो-दो लाख रुपए में सौदा तय किया था। जिसमें सॉल्वर को 25 हजार रुपए मिले थे। इसके अलावा अविनाश के अपने साथी पुरुषोत्तम से सभी के फर्जी आईडी कार्ड तैयार कराए थे।
क्या क्या बरामद
आरोपियों के पास से चार फर्जी आधार कार्ड, दो फर्जी पैन कार्ड, एक फर्जी निर्वाचन कार्ड, तीन एटीएम, सात मोबाइल फोन, दो फर्जी एडमिट कार्ड के साथ कुछ नकदी भी बरामद हुए हैं ।
मास्टरमाइंड की तलाश
यूपी एसटीएफ अब मास्टरमाइंड की तलाश कर रही है। यूपी एसटीएफ के प्रभारी शैलेन्द्र सिंह ने बताया कि नालंदा से बड़े पैमाने पर साल्वर परीक्षा देने के लिए आते हैं। वहां पर एक बहुत बड़ा गिरोह सक्रिय है, जो इस तरह के काम करता है। गिरोह के बारे में और जानकारी जुटाई जा रही है।