
नालंदा जिला में बड़ी संख्या में भर्तियां निकली है । इन पदों पर नियुक्तियां सीधी भर्ती से हो रही है। यानि वॉक इन इंटरव्यू की सुविधा है। मतलब आइए.. योग्यता दिखाइए और नौकरी पाइए। ऐसे में बड़ी संख्या में बेरोजगार युवक नौकरी पाने के लिए बिहारशरीफ सदर अस्पताल पहुंचे। जहां भर्ती चालू है।
एक अनार सौ बीमार
बिहारशरीफ सदर अस्पताल में बड़ी संख्या में युवा नौकरी की तलाश में पहुंचे। हर किसी के मन में एक उम्मीद और आशा है कि शायद उनकी तलाश खत्म हो जाएगी। उनपर से बेरोजगारी का ठप्पा मिट जाएगा। आज उन्हें नौकरी मिल जाएगी। लेकिन सीटें सीमित है और उम्मीदवार कई गुणा ज्यादा। या यूं कहें.. एक अनार सौ बीमार वाली कहावत..
नौकरी के लिए रिस्क
जब बड़ी संख्या में उम्मीदवार पहुंचे तो सब में एक बात की होड़ थी कि इंटरव्यू के लिए उनका नंबर पहले आ जाए. ऐसे में कोरोना नियमों का भी ख्याल नहीं रहा । उम्मीदवार एक दूसरे से आगे निकलने के लिए गुथमगुथी तक करने लगे। अंतत पुलिस को आना पड़ा । लेकिन युवाओं के बीच नौकरी की होड़ को देखकर वे भी प्यार से समझाते रहे। लेकिन कहा जाता है न कि बिहारी तो नौकरी के लिए चांद पर चला जाए. ये तो उनके घर की बात है।
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परेशान दिखे अभ्यर्थी
डायरेक्ट इंटरव्यू और भर्ती वाले सिस्टम में अभ्यर्थी परेशान दिख रहे हैं। ना ही उनका रजिस्ट्रेशन हो पा रहा है और ना ही उनका साक्षात्कार सही समय पर हो रहा है। अभ्यर्थियों का कहना कि हम लोगों की बहाली कोरोना रोकने के लिए किया जा रहा है लेकिन इतनी भीड़ में तो हम ही लोग इसके बाहक हो जाएंगे।
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