
बिहारशरीफ दंगे की आग में झुलस गया.. पूरा शहर दंगे के दर्द में कराह रहा है.. धीरे-धीरे जिंदगी पटरी पर लौटने लगी है.. दो समुदाय के बीच अब भी अविश्वास का माहौल है.. लोग समझ नहीं पा रहे हैं कि ये आग कैसे इतनी फैल गई.. किसने दंगे को भड़काया ? हर कोई ये जानना चाहता है कि आखिर जिस हिंसा की आग ने पूरे शहर को जला दिया.. उसकी चिंगारी कहां से निकली थी.. क्या शुरुआत हिंदुओं की तरफ से हुई या मुसलमानों ने आग लगाई.. ?
इन्हीं सवालों के जवाब के लिए आपको सरकार की रिपोर्ट पढ़नी होगी.. दरअसल, बिहारशरीफ में दंगा तो एक हुआ है. लेकिन FIR दो दर्ज हुई है.. एक FIR बिहारशरीफ के सीओ धर्मेंद्र पंडित ने कराया है.. तो दूसरा बिहारशरीफ के बीडीओ अंजन दत्ता की ओर से कराया गया है.. दोनों में दंगों की अलग-अलग थ्योरी है..
सीओ धर्मेंद्र पंडित दंगा के लिए मुसलमान को जिम्मेदार ठहरा रहे हैं.. उन्होंने जो FIR दर्ज कराई है .. उसमें कहा गया है कि दंगे के लिए मुसलमान जिम्मेदार हैं क्योंकि जुलूस की भीड़ को भड़काने का काम मुसलमानों ने किया.. तो वहीं बीडीओ अंजन दत्ता दंगा के लिए हिंदुओं को जिम्मेदार बता रहे हैं.. अंजन दत्ता की FIR में कहा गया है कि रामनवमी की शोभायात्रा में शामिल लोगों ने हिंसा की.. जुलूस में शामिल लोगों ने तोड़फोड़ और आगजनी को अंजाम दिया..
CO धर्मेंद्र पंडित की FIR में क्या है
1. कब्रिस्तान में मुसलमान खड़े थे
2. शोभा यात्रा वालों पर ग़लत इशारे किए
3.शोभा यात्रा वालों पर ग़लत कमेंट किए
4.दोनों पक्षों में पत्थरबाजी होने लगी
बिहारशरीफ के BDO की FIR में क्या है
1.जुलूस वालों ने हंगामा,उत्पात किया
2. जुलूस वालों ने नारेबाजी,तोड़फोड़ की
3.जुलूस वालों ने लूटपाट, आगजनी
4.भीड़ ने भड़काऊ नारे लगाए