
केंद्रीय मंत्री और अमेठी लोकसभा सीट से बीजेपी उम्मीदवार स्मृति ईरानी की डिग्री को लेकर बड़ा खुलासा हुआ है । स्मृति ईरानी ने चुनाव आयोग के सामने अपना झूठ कबूल लिया है । नॉमिनेशन के वक्त स्मृति ईरानी ने जो हलफनामा दायर किया है उससे उनकी डिग्री को लेकर बड़ा खुलासा हुआ है ।
ग्रेजुएट नहीं हैं स्मृति ईरानी
नामांकन के वक्त दायर हलफनामे में ईरानी ने कहा कि उन्होंने 1991 में सेकेंडरी स्कूल परीक्षा और 1993 में सीनियर सेंकेडरी स्कूल परीक्षा पास की. स्मृति ईरानी ने कहा है कि उन्होंने 1994 में दिल्ली यूनिवर्सिटी के स्कूल ऑफ ओपन लर्निंग से तीन साल के डिग्री कोर्स में अपना बैचलर ऑफ कॉमर्स एडमिशन लिया था । लेकिन पार्ट वन भी पूरा नहीं कर पाया .
‘क्योंकि मंत्री जी कभी ग्रेजुएट थे’
स्मृति ईरानी की डिग्री को लेकर हुए खुलासे पर कांग्रेस ने तंज कसा है। कांग्रेस ने स्मृति ईरानी पर कार्रवाई करने की मांग की है ।कांग्रेस प्रवक्ता प्रियंका चतुर्वेदी ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि उनका झूठ अब सामने आ चुका है । ऐसे में अब लगता है कि जल्द ही वो एक फिल्म बनाएंगी जिसका नाम होगा क्योंकि मंत्री जी कभी ग्रेजुएट थीं, यहां बता दें कि स्मृति ईरानी टीवी सीरियल क्योंकि सास भी कभी बहू थी से चर्चित हुईं थी। जिसमें उन्होंने तुलसी का किरदार अदा किया था ।
#WATCH Congress' Priyanka Chaturdevi: A new serial is going to come, 'Kyunki Mantri Bhi Kabhi Graduate Thi'; Its opening line will be 'Qualifications ke bhi roop badalte hain, naye-naye sanche mein dhalte hain, ek degree aati hai, ek degree jaati hai, bante affidavit naye hain. pic.twitter.com/o8My3RX9JR
— ANI (@ANI) April 12, 2019
2014 में बताई थी ग्रेजुएट
इससे पहले साल 2014 के लोकसभा चुनाव के दौरान स्मृति ईरानी ने चुनाव आयोग के सामने जो हलफनामा दायर किया था उसमें बताया था कि वो ग्रेजुएट हैं । उन्होंने आयोग को बताया था कि साल 1994 में दिल्ली यूनिवर्सिटी से ग्रेजुएशन किया था.
Congress' Priyanka Chaturdevi: Smriti Irani ji ne apne educational qualifications ko lekar ek cheez kaayam ki hai ki kis tareeke se graduate se 12th class ke ho jaate hain, wo Modi sarkar se hi aur Modi sarkar mein hi mumkin hai. https://t.co/gNO7ebCCV2
— ANI (@ANI) April 12, 2019
डिग्री पर जमकर हुआ था विवाद
स्मृति ईरानी जब मोदी सरकार में मानव संसाधन विकास मंत्री बनीं तो उनकी डिग्री को लेकर विवाद होने लगा। विपक्ष ने डीयू से सूचना के अधिकार के तहत उनकी डिग्री की जानकारी मांगी तो डीयू ने इनकार कर दिया। क्योंकि उस समय स्मृति ईरानी खुद देश की शिक्षा मंत्री थीं। लेकिन विपक्ष लगातार उनकी ग्रेजुएशन की डिग्री पर सवालिया निशान उठाता रहा और कहा कि स्मृति ईरानी ने चुनाव आयोग को झूठी जानकारी दी है । ऐसे में अब विपक्ष के आरोपों पर स्मृति ईरानी ने खुद मुहर लगा दी है
आपको बता दें कि स्मृति ईरानी इस बार लोकसभा चुनाव में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के खिलाफ अमेठी से चुनाव लड़ रही है. 2014 में राहुल गांधी के हाथों मात खाने के बाद दूसरी बार अमेठी से राहुल गांधी को चुनौती दे रही हैं.