
बिहार लोक सेवा आयोग द्वारा आयोजित 63वीं सिविल सेवा परीक्षा में नवादा का शानदार प्रदर्शन रहा है । इस बार टॉप 100 में नवादा के कई प्रतिभागियों ने जगह बनाई है
अर्चना ने हासिल किया छठा रैंक
नवादा जिले के नारदीगंज की रहने वाली अर्चना कुमारी ने अपने पहले ही प्रयास में बीपीएससी सिविल सेवा परीक्षा में सफलता हासिल की है। अर्चना कुमारी ने पूरे सूबे में छठा रैंक हासिल किया है. वो मूलतः नारदीगंज के पड़रिया गांव की रहने वाली है. अर्चना के पिता का नाम राजेंद्र प्रसाद है. जो रिटायर्ड हेडमास्टर हैं. पांच बहनों में सबसे छोटी अर्चना कुमारी ने 5वीं से 10वीं तक पढ़ाई राजगीर के सरस्वती विद्या मंदिर में की. इसके बाद दिल्ली के लेडी श्री राम कॉलेज में स्नातक की डिग्री हासिल की। उसके बाद जेएनयू से इकॉनोमिक्स में मास्टर की डिग्री हासिल की। इसके बाद वो सिविल सेवा की तैयारी में जुट गई. अर्चना की असली इच्छा इंडियन इकोनॉमिक्स सर्विस में जाने का है। फिलहाल उनका चयन बिहार में श्रम प्रवर्तन पदाधिकारी के रूप में हुआ है।
डीएसपी बने सुबोध
वहीं, शिवचरण बिगहा के रहने वाले बृजनंदन चौहान के बेटे सुबोध कुमार सिन्हा ने 49वां रैंक लाया है. उन्हें डीएसपी का पोस्ट मिला है. गांव से पढ़ाई करने के बाद वो बनारस हिंदू यूनिवर्सिटी चले गए जहां स्नातक की पढ़ाई की। उन्होंने सेकंड इयर से ही सिविल सर्विसेज की तैयारी शुरू कर दी और आज अपनी मंजिल में सफलता हासिल की है.
दीपिका को मिला 59वां रैंक
नवादा के पटेल नगर की रहने वाली दीपिका कुमारी को 59वा रैंक प्राप्त हुआ है. दीपिका को कमर्शियल टैक्स ऑफिसर का पद मिला है । दीपिका के पिता का नाम प्रेम रंजन प्रसाद है और वो गंगा रानी सिन्हा कॉलेज में हेड क्लर्क है. जबकि माता जी टीचर हैं ।
सोनल कुमार को 72वा रैंक
नवादा जिला के रजौली बाजार के रहने वाले सोनल कुमार को बीपीएससी में 72वां स्थान हासिल हुआ है. उनके पिता गोपाल प्रसाद वीर दाल मिल चलाते हैं. सोनल ने रजौली से मैट्रिक और इंटर की परीक्षा पास किया। उसके बाद फैशन डिजाइनिंग में स्नातक किया। सोनल ने पहले ही प्रयास में बीपीएससी में सफलता हासिल की. उन्हें कमर्शियल टैक्स असिस्टेंट का पद हासिल हुआ है.
गौरन भी बने अधिकारी
नवादा के वीआईपी कॉलोनी के रहने वाले कुमार गौरव को बीपीएससी में 211वां रैंक प्राप्त हुआ है. उन्हें श्रम प्रवर्तन पदाधिकारी का पद प्राप्त हुआ है. उनके पिता का नाम कुलदीप नारायण कलाधर है. जो राम लखन सिंह यादव कॉलेज के पूर्व प्रिंसिपल हैं
कुणाल को भी मिली सफलता
नवादा के ही रोह के रहने वाले कुणाल कुमार का चयन भी बीपीएससी में हुआ है. उनके पिता अशोक साव हैं. कुणाल कुमार का चयन श्रम प्रवर्तन पदाधिकारी के पद पर हुआ है और उनका रैंक इस सूची में 368वां है.