
बिहार सरकार ने सूबे के सबसे बड़े अस्पताल PMCH में भर्ती घोटाला में बड़ी कार्रवाई की है। सरकार ने PMCH में मई 2017 को संविदा पर गलत ढंग से बहाल किए गए 29 कर्मचारियों को बर्खास्त कर दिया है। साथ ही उनकी नियुक्ति भी रद्द कर दी गई है। स्वास्थ्य विभाग ने नियुक्ति को गलत माना है।
पूर्व प्रिंसिपल समेत चार डॉक्टरों पर भी कार्रवाई
PMCH में गलत तरीके से बहाली के मामले में पीएमसीएच के पूर्व प्रिंसिपल डॉ. विजय कुमार गुप्ता समेत चार डॉक्टरों पर कार्रवाई होगी। इस मामले में स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव संजय कुमार ने आदेश जारी कर दिया है। पीएमसीएच अधीक्षक डॉ. राजीव रंजन प्रसाद का कहना है कि विभाग से बर्खास्तगी का आदेश प्राप्त होते ही इन कर्मियों हटा दिया जाएगा।
30 पदों के लिए निकली थी वैकेंसी
बता दें कि 27 जून को इस मामले का खुलासा हुआ था और जिसके बाद इस मामले की जांच भी हुई थी। जांच में बहाली के मामले में गड़बड़ी पाई गई थी। 24 फरवरी 2018 को पीएमसीएच के तत्कालीन प्रभारी प्राचार्य डॉ. विजय कुमार गुप्ता की अध्यक्षता में चार सदस्यीय कमेटी ने लैब टेक्निशियन, ओटी असिस्टेंट, एक्सरे टेक्नीशियन और ड्रेसर के 30 पदों पर बहाली की थी। कमेटी में तत्कालीन अधीक्षक डॉ. दीपक टंडन, डॉ. चंद्र किरण, डॉ. एके जायसवाल तथा प्लास्टिक सर्जरी विभाग के हेड डॉ. विद्यापति चौधरी शामिल थे।
प्रधान सचिव ने अधीक्षक की रिपोर्ट को सही माना
स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव संजय कुमार ने कहा कि चयनित अभ्यर्थियों की नियुक्ति रद्द करने और चयन कमेटी पर कार्रवाई के लिए मैंने फाइल पर आदेश कर दिया है। एक दो दिनों में आदेश की प्रति पीएमसीएच प्रशासन को भेज दी जाएगी।