आज दीपावली है। अंधकार पर प्रकाश के विजय का त्योहार है। दीपावली पर मां लक्ष्मी की पूजा की जाती है। मान्यता है कि दिवाली के दिन यंत्रों की पूजा करने से मां प्रसन्न होती हैं और धनवर्षा करती हैं। तो आइए जानते हैं कि किस फल की प्राप्ति के लिए किन यंत्रों का इस्तेमाल किया जाना चाहिए
श्री यंत्र : स्थायी लक्ष्मी एवं अनंत ऐश्वर्य की प्राप्ति के लिए इसे यंत्रों का राजा माना जाता है.
कुबेर यंत्र : जैसा नाम वैसा काम, जब लक्ष्मी की सारी साधना विफल हो जाये, तब कुबेर यंत्र का स्थापना मनुष्य को अपार धन दौलत प्रदान करती है.
श्री महालक्ष्मी यंत्र : दरिद्रता का खातमा एवं धन के आगमन के लिए. पैसों में जबर्दस्त बरकत के लिए पूजा वाले स्थान या गल्ले में रखना बहुत ही शुभ है.
श्री बगलामुखी यंत्र : शत्रु, मुकदमा व व्यावसायिक बाधा व राजकीय कार्यों की बाधाओं को दूर करने के लिए यह यंत्र बहुत उपयोगी है.
श्री कनकधारा यंत्र : लक्ष्मी प्राप्ति में रामबाण, अपने आप में अचूक, स्वयं सिद्ध तथा एेश्वर्य के लिए. यह यंत्र जहां पर भी होते हैं वहां कोई तंत्र प्रयोग होता ही नहीं और अगर पहले से है, तो यह यंत्र लगते ही तंत्र प्रयोग स्वत: समाप्त हो जाता है.
व्यापार वृद्धि यंत्र : व्यापार की उच्च स्तरीय उन्नति–प्रगति कि लिए दुकान के गल्ले में या पूजा वाले स्थान में रखा जाता है.
वहन दुर्घटना नाशक यंत्र : कार, बस, टैक्सी, ट्रक आदि वाहनों की दुर्घटना से रक्षा के लिए वाहन के अंदर लगाया जाता है.
महामृत्युंजय यंत्र : यह आयु वर्धक, भावी दुर्घटनाओं और अकाल मृत्यु को रोकने वाला स्वास्थ्य वर्धक और भयंकर रोगों से बचाने के लिए है.