चुनाव आयोग ने बिहार में विधानपरिषद चुनाव की तारीखों का ऐलान कर दिया है । बिहार में 26 अप्रैल को विधानपरिषद के चुनाव होंगे । इसके लिए 9 अप्रैल को अधिसूचना जारी होगी । यानि नामांकन भरने की प्रक्रिया 9 अप्रैल से शुरू हो जाएगी । नामांकन पत्र भरने की आखिरी तारीख 16 अप्रैल होगी। 17 अप्रैल को नामांकन पत्रों की जांच की जायेगी । जबकि 19 अप्रैल तक नाम वापस लिए जा सकेंगे। मतदान 26 अप्रैल को सुबह नौ बजे से शाम 5 बजे तक होगा और इसी दिन मतगणना की जायेगी । चुनाव की तारीखों का ऐलान होते ही बिहार का सियासी पारा भी चढ़ना शुरू हो गया है । इस बार चुनाव मैदान में खुद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, डिप्टी सीएम सुशील मोदी और पूर्व सीएम राबड़ी देवी, स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे भी समेत 11 उम्मीदवार होंगे। क्योंकि 6 मई को 11 विधायकों का कार्यकाल खत्म हो रहा है । यानि ग्यारह से अधिक उम्मीदवारों के चुनाव में उतरने की सूरत में मतदान की नौबत आएगी तो 26 अप्रैल को मतदान कराया जाएगा.
किन-किन लोगों के सीट खाली हो रहे हैं
बिहार विधान परिषद के जिन 11 सीटों के लिए चुनाव होंगे, उसमें कई प्रमुख राजनीतिक हस्तियों के सीट शामिल हैं. बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी, नेता विरोधी दल राबड़ी देवी, स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय, जदयू प्रवक्ता संजय सिंह का कार्यकाल भी समाप्त हो रहा है. वहीं उपेंद्र प्रसाद, राजकिशोर सिंह कुशवाहा, चंद्रशेखर प्रसाद सिंह , लालबाबू प्रसाद, सत्येंद्र नारायण सिंह का भी कार्यकाल समाप्त हो रहा है. इन सभी 11 सीटों के लिए वोट डाले जाएंगे. वहीं नरेंद्र सिंह की सदस्यता समाप्त होने के बाद रिक्त सीट के लिए भी चुनाव होंगे.
क्या समीकरण बन सकते हैं
बिहार विधान परिषद की जिन 11 सीटों के लिए चुनाव की घोषणा की गई है उनमें फिलहाल 10 सीटें एनडीए के पास है और एक सीट आरजेडी के पास है. नए समीकरण के अनुसार 11 सीटों में 6 एनडीए, एक कांग्रेस और 4 सीटें आरजेडी के पाले में जा सकते हैं.