बिहारशरीफ में एक करोड़ तीस लाख की लागत से बनने वाले सम्राट अशोक भवन को लेकर विवाद शुरू हो गया है । सम्राट भवन कहां बनेगा इसके स्थल के चयन को लेकर नगर निगम के वार्ड पार्षद दो खेमे में बंट गए हैं। एक धड़ा मौजूदा स्थल पर सम्राट भवन बनाने की मांग कर रहा है तो दूसरा इसका विरोध कर रहा है । एक खेमे ने बोर्ड की विशेष बैठक बुलवा ली तो दूसरे खेमे ने वोटिंग की नौबत नहीं आने दी। बताया जा रहा है कि वार्ड संख्या 18 के पार्षद धनंजय कुमार ने अपने लेटर पैड पर 26 पार्षदों के हस्ताक्षर करवाए औऱ इसी आधार पर विशेष बैठक बुलाई गई थी। बैठक की अध्यक्षता महापौर वीणा कुमारी ने की। बैठक में एमएलसी रीना यादव, उप महापौर फुल कुमारी और नगर आयुक्त सौरभ जोरवाल भी उपस्थित थे।
वर्तमान स्थल पर ही बने सम्राट भवन
वर्तमान स्थल पर आपत्ति जताने वाले पार्षदों द्वारा कहा गया कि 20 फरवरी को बोर्ड की बैठक में सम्राट अशोक भवन के वर्तमान स्थल पर कोई विचार नहीं किया गया। इसलिए स्थल पर पुन: विचार करने के लिए विशेष बैठक बुलाई गई है। जबकि दूसरे गुट का कहना है कि शहर के बीचोबीच सम्राट भवन के निर्माण से अनावश्यक ट्रैफिक की समस्या उत्पन्न होगी।
विरोधी खेमे ने बहुमत का दावा किया
विरोधी खेमे से वार्ड संख्या 28 के पार्षद संजय कुमार ने कहा कि 46 में से 28 वार्ड पार्षदों ने हाथ उठाकर वोटिंग की मांग का समर्थन किया था । लेकिन मेयर बैठक से उठकर सदन से बाहर चली गईं। उन लोगों ने नगर आयुक्त के समक्ष अपनी बातें रख दी है और उन्हें विभाग तक उनकी बात पहुंचाने का आश्वासन दिया गया है।
वोटिंग से किया इनकार
महापौर वीणा कुमारी ने बिहार नगर पालिका अधिनियम की धाराओं का हवाला देते हुए वोटिंग से इनकार कर दिया। उधर विरोधी खेमे का कहना है कि जैसे ही वोटिंग की मांग हुई मेयर बैठक छोड़कर निकल गईं। मेयर प्रतिनिधि और वार्ड पार्षद प्रमोद कुमार ने कहा कि जब मेयर ने बैठक समाप्ति की घोषणा कर दी थी तो वोटिंग का कोई औचित्य नहीं था। मेयर वीणा कुमारी ने कहा कि बैठक की कार्यवाही विभाग को भेजी जाएगी। जो भी निर्देश आएगा उस पर अमल किया जाएगा।
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