अस्थावां विधानसभा क्षेत्र में किसमें-किसमें टक्कर, कितने वोटर किसकी तय करेंगे किस्मत

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नालंदा जिला के अस्थावां विधानसभा क्षेत्र में 3 नवंबर यानि मंगलवार को वोटिंग होगी. जिसके के लिए चुनाव प्रचार थम गया है. अस्थावां विधानसभा सीट पर इस बार मुकाबला त्रिकोणीय है.

अस्थावां विधानसभा सीट में कुल कितने वोटर
अस्थावां विधानसभा क्षेत्र में कुल मतदाताओं की संख्या 2 लाख 90 हजार 698 है. जिसमें 1लाख 55 हजार 339 वोटर पुरुष और 1 लाख 35 हजार 350 मतदाता महिला हैं . वहीं थर्ड जेंडर मतदाताओं की संख्या 09 है .

अस्थावां विधानसभा क्षेत्र में कौन-कौन ब्लॉक
अस्थावां विधानसभा क्षेत्र में कतरीसराय, सरमेरा, बिंद और अस्थावां प्रखंड आता है. अस्थावां विधानसभा क्षेत्र का मुख्य मुद्दा अस्थावां को अनुमंडल और ओइयाव को प्रखंड बनाने की है

अस्थावां विधायक के बारे में
अस्थावां के विधायक डॉ जितेंद्र कुमार का जन्म 25 मई 1972 को हुआ. बिहारशरीफ में जन्मे जितेंद्र कुमार की शैक्षणिक योग्यता एमए, पीएचडी है. उनकी पत्नी का नाम रिचा सिन्हा है. जितेंद्र कुमार का एक बेटा है. पूर्व विधायक अयोध्या प्रसाद के बेटे जितेंद्र कुमार ने 1997 में राजनीति में एंट्री की. 8 साल बाद यानी 2005 में वह चुनाव जीतकर पहली बार विधानसभा पहुंचे. उन्होंने 2005 का उपचुनाव भी जीता. जितेंद्र कुमार लगातार चार बार से अस्थावां से चुनाव जीतते आ रहे हैं.

अस्थावां सीट पर त्रिकोणीय मुकाबला
अस्थावां विधानसभा सीट पर इस बार कुल 19 प्रत्याशी अपनी किस्मत आजमा रहे हैं. लेकिन मुख्य मुकाबला चार बार के विधायक और जेडीयू उम्मीदवार डॉ. जितेन्द्र कुमार और आरजेडी उम्मीदवार अनिल कुमार के बीच है. लेकिन जेडीयू के ही बागी विपिन चौधरी निर्दलीय लड़ाई को त्रिकोणीय बनाने की कोशिश में जुटे हैं। अनिल कुमार पिछली बार भी निर्दलीय चुनाव लड़े थे। लगभग 3 हजार वोट मिले थे। इस बार महागठबंधन के आधार वोट के सहारे एनडीए प्रत्याशी को चुनौती दे रहे हैं। दोनों ही कुर्मी जाति के हैं। कुर्मी के वोट में सेंधमारी के लिए महागठबंधन के साथ-साथ निर्दलीय प्रत्याशी भी पूरी ताकत लगाये हैं। एलजेपी के रमेश कुमार भी पार्टी के आधार वोट के सहारे चुनावी मैदान में हैं। उन्हें भी वोटों में सेंधमारी कर जीत का भरोसा है।

अस्थावां विधानसभा क्षेत्र का इतिहास
2015 में जदयू के डा. जितेन्द्र कुमार लोजपा के छोटे लाल यादव को हराकर चौथे बार जीते थे। 2001 में इस सीट पर उपचुनाव हुआ था। जिसमें समता पार्टी से सतीश कुमार जीते थे। सतीश कुमार पहले भी 1995 में निर्दलीय जीत चुके हैं। 1985-90 और 2000 के चुनाव में यहां से निर्दलीय आरपी शर्मा जीते थे। 1980 में इस सीट पर उप चुनाव हुआ था जिसमें अरुण चौधरी जीतकर आये।

अस्थावां में अब तक कौन कौन बने विधायक
1951-57- ताजुद्दीन, कांग्रेस
1957-62- नंदकिशोर सिंह, जनता पार्टी
1962-67- कौशलेन्द्र सिंह, प्रजा सोशलिस्ट
1967-69- वीपी जवाहर, कांग्रेस
1969-72- नंदकिशोर सिंह, जनता पार्टी
1972-77- अयोध्या प्रसाद, कांग्रेस
1977-80- इन्द्रदेव चौधरी, निर्दलीय
1980- अरुण चौधरी, निर्दलीय
1980-85- अयोध्या प्रसाद, कांग्रेस
1085-90- आरपी शर्मा, निर्दलीय
1990-95- आरपी शर्मा, निर्दलीय
1995-2000- सतीश कुमार, निर्दलीय
2000-05- आरपी शर्मा, निर्दलीय
2005-10- डा. जितेन्द्र कुमार, जदयू
2010-15- डा. जितेन्द्र कुमार, जदयू
2015 डा. जितेन्द्र कुमार, जदयू

पिछले तीन चुनाव का आंकड़ा
साल 2005 में जेडीयू के डॉ. जितेन्द्र कुमार 40474 और निर्दलीय डॉ. पुष्पंजय को 29988 वोट मिले थे
2010 में जेडीयू के डॉ. जितेन्द्र कुमार को 54176 और एलजेपी के कपिलदेव प्रसाद को 34606 वोट मिले थे
साल 2015 में जदयू के डॉ. जितेन्द्र कुमार 58908 और एलजेपी के छोटे लाल यादव 48464 मत मिले थे

अस्थावां विस में इन जातियों का है दबदबा
अस्थावां विधानसभा में कुर्मी, भूमिहार, यादव, मुस्लिम, पासवान, धानुक, कुशवाहा, रविदास, राजपूत, ब्राह्मण, चन्द्रवंशी का दबदबा है। इस सीट पर दो उप चुनाव सहित 18 चुनाव हुए हैं। कांग्रेस इस सीट पर 1980 में आखिरी बार जीती थी। भाजपा यहां से कभी भी जीती नहीं है।

छह बार निर्दलीय दर्ज कर चुके हैं जीत
अस्थावां विधानसभा क्षेत्र से छह बार निर्दलीय भी जीत दर्ज कर चुके हैं। इन्द्रदेव चौधरी, अरुण चौधरी, आरपी शर्मा, सतीश कुमार यहां से निर्दलीय जीत दर्ज करने में सफल रहे हैं। चार बार यहां से कांग्रेस की जीत हुई है। वर्तमान जदयू प्रत्याशी डॉ. जितेंद्र कुमार के पिता स्व. अयोध्या प्रसाद दो बार कांग्रेस से विधायक रह चुके हैं।

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