राजधानी पटना में एक आलीशान बंगला है. जो कई मंत्रियों के लिए भूतबंगला साबित हुआ है. यहां रहने वाले कुशवाहा मंत्रियों की कुर्सी चली गई है। कोई भी कुशवाहा मंत्री अपना कार्यकाल नहीं पूरा कर पाया है
नेताजी सुभाष मार्ग, बंगला नंबर- 6
ये है पटना के नेताजी सुभाष मार्ग का बंगला नंबर 6. ये आलीशान वीआईपी बंगला बिहार विधान सभा के हिस्से का है. ये बंगला मंत्रियों को ही मिलता है. लेकिन कुशवाहा नेताओं के लिए ये बंगला भूतबंगला साबित हो रहा है. क्योंकि इसमें अबतक तीन कुशवाहा मंत्री रहे और तीनों को कुर्सी गंवानी पड़ी है।
सबसे पहले अवधेश कुशवाहा की कुर्सी गई थी
पटना का ये आलीशान बंगला सबसे पहले अवधेश कुशवाहा के लिए भूतबंगला साबित हुआ था. कभी नीतीश कुमार के बेहद करीबी मंत्री अवधेश कुशवाहा यहां रहा करते थे. कुशवाहा पॉलिटिक्स में उनकी दखल भी बढ़ती जा रही थी. लेकिन, 2015 बिहार विधान सभा चुनाव के ठीक पहले इसी भूतबंगला के चपेट में आ गए. अवधेश कुशवाहा का स्टिंग ऑपरेशन हुआ. नतीजा, मंत्री की बात तो छोडि़ए, नीतीश कुमार ने चुनाव का टिकट भी काट दिया. चुनावी बाजी हार अवधेश कुशवाहा को इस बंगले से बाहर आना पड़ा था. बाद में, उन्हें भी इस बंगले के भीतर बड़ा वास्तु दोष दिखने लगा था.
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अवधेश के बाद आलोक मेहता की गई कुर्सी
2015 में चुनाव में आरजेडी-जेडीयू महागठबंधन की सरकार बनी. तो ये आलीशान बंगला आरजेडी नेता आलोक मेहता को दिया गया. आलोक मेहता महागठबंधन की सरकार में सहकारिता मंत्री थे और कुशवाहा हैं. लेकिन बंगले का वास्तु दोष ऐसा है कि उन्हें भी समय से पहले ही जाने को कह दिया. महागठबंधन टूट गया. एनडीए की सरकार बनी. आलोक मेहता की मंत्री पद की कुर्सी चली गई.
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मंजू वर्मा की भी गई कुर्सी
एनडीए की सरकार में मंजू वर्मा को समाज कल्याण मंत्री बनाया गया. मंजू वर्मा को यहीं छह नंबर का आलीशान बंगला अलॉट हुआ. मंजू वर्मा भी इसी बंगले में रहने लगीं. पार्टी में उनका कद बढ़ता जा रहा था. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की काफी करीबी नेताओं में उनका नाम शुमार होने लगा था. लेकिन इस बीच भूतबंगले ने असर दिखा दिया और मुजफ्फरपुर कांड में उनके पति का ऐसा नाम सामने आया कि मंजू वर्मा को भी इस्तीफा देना पड़ा. अब उन्हें ये बंगला भी खाली करना होगा.
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आपको बता दें अवधेश कुशवाहा, फिर आलोक मेहता और अब मंजू वर्मा तीनों कुशवाहा कोटे से मंत्री थे। तीनों इसी बंगले में रहते थे. तीनों को अपनी कुर्सी गंवानी पड़ी है.
अब कौन जाएगा 6, नेताजी सुभाष मार्ग में ?
नीतीश कैबिनेट के विस्तार की चर्चाएं शुरु हो चुकी है. बताया जा रहा है कि रामबालक सिंह, अभय कुशवाहा अथवा उमेश कुशवाहा में किसी को कुशवाहा बिरादरी से मंत्री बनाया जा सकता है. ऐसे में सवाल ये है कि कौन यहां रहने आएगा ? और क्या पटना के नेताजी सुभाष मार्ग का छह नंबर वाला बंगला उनके लिए भी अपशकुनी साबित होता है