स्वतंत्रता दिवस की 72वीं वर्षगांठ पर बिहार के 50 हजार संविदा कर्मियों को बड़ा तोहफा मिल सकता है. कंप्यूटर ऑपरेटर समेत 50 हजार संविदाकर्मियों को रेगुलर किया जाएगा. साथ ही उन्हें एलडीसी (लोअर डिविजिनल क्लर्क) के समान वेतनमान दिया जायेगा. सूत्रों से खबर है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार स्वतंत्रता दिवस के मौके पर इसका औपचारिक ऐलान करेंगे.
किसे-किसे मिलेगा फायदा
बताया जा रहा है कि बिहार में अभी कंप्यूटर ऑपरेटरों की संख्या करीब नौ हजार है. इसके अलावा संविदा पर तैनात अभियंता, मनरेगा में कार्यरत कई स्तर के कर्मी, पंचायती राज समेत अन्य सभी विभागों में संविदा पर कार्यरत अलग-अलग पद के कर्मियों को मिलाकर इनकी संख्या करीब 50 हजार है. जिन्हें नियमित यानि रेगुलर किया जाएगा.
500 करोड़ रुपए का अतिरिक्त भार आएगा
अब तक के आकलन के मुताबिक, कंप्यूटर ऑपरेटर समेत 50 कर्मियों के रेगुलर करने पर करीब 500 करोड़ रुपये सालाना का खर्च आएगा. वित्त विभाग ने इस पर अपनी सहमति भी दे दी है. सूत्र बता रहे हैं कि स्वतंत्रता दिवस के मौके पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पटना के गांधी मैदान से इसका औपचारिक ऐलान करेंगे.
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रेगुलर होने पर क्या-क्या लाभ मिलेंगे जानिए
कंप्यूटर ऑपरेटर समेत ऐसे सभी संविदा कर्मियों को एलडीसी (लोअर डिविजन क्लर्क) के समान 1900 ग्रेड-पे का लाभ दिया जायेगा. साथ ही सरकारी क्लर्कों को मिलने वाला लाभ भी दिया जाएगा. यानि इन्हें भी वो सारी सुविधाएं मिलेगी जो बाकी सरकारी एलडीसी को मिलती है.
जैसे अगर सरकारी कर्मचारियों का डीए( महंगाई भत्ता) बढ़ेगा तो इनका भी डीए यानि महंगाई भत्ता बढ़ेगा. साथ ही टीए (परिवहन भत्ता) , सीएल, ईएल समेत अन्य सभी छुट्टियों का भी लाभ इन्हें मिलेगा.
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मतलब ये समझिए की आजादी की 72वीं वर्षगांठ पर संविदाकर्मियों को काउंट्रेक्ट से आजादी मिलेगी. उन्हें हर साल अपने अनुबंधों को रिन्यू करने से आजादी मिल जाएगी. उनकी बर्षों की लड़ाई से आजादी मिल जाएगी. उनके परिवार को होने वाले कष्ट से आजादी मिल जाएगी.