नालंदा जिला में वकीलों से दुर्व्यवहार का मामला बढ़ता जा रहा है। नालंदा जिला के वकील 5 दिनों के हड़ताल पर चले गए हैं। नालंदा जिला अधिवक्ता संघ ने 17 जुलाई तक कोर्ट के कामकाज से अलग रहने का फैसला किया है। इतना ही नहीं 14 जुलाई को होने वाली राष्ट्रीय लोक अदालत में भी वकील शामिल नहीं होंगे। बिहारशरीफ के जिला अधिवक्ता संघ भवन में गुरुवार को एक्शन कमेटी की आपात बैठक हुई। जिसमें हड़ताल पर जाने का फैसला किया गया। एक्शन कमेटी के सदस्य डॉ. अरुण कुमार ने बताया कि संघ के निर्णय से हाईकोर्ट और स्टेट बार काउंसिल समेत जिला जज को अवगत करा दिया गया है।
क्या है पूरा मामला
बुधवार को रामचन्द्रपुर के रहने वाले वकील पवन कुमार की निजी जमीन पर नाला निर्माण के लिए मिट्टी भराई का काम ठेकेदारों द्वारा किया जा रहा था। वकील पवन कुमार ने इसका विरोध किया । उनका कहना था कि हाईकोर्ट ने जमीन की मापी कर सरकारी जमीन पर नाला निर्माण का आदेश दिया है। लेकिन ठेकेदार ने बिना मापी कराए ही निजी जमीन पर मिट्टी भराई कर दी। वकील पवन कुमार ने इसकी शिकायत पुलिस से की। तो उलटे पुलिस ने थाना में बुलाकर शाम पांच बजे तक बिठा दिया। जिसके बाद पवन के साथी वकील और अधिवक्ता संघ के सदस्य एसपी सुधीर कुमार पोरिका से मिलने गए। वकीलों का आरोप है कि एसपी साहब ने उनके साथ दुर्व्यवहार किया। इसके विरोध में बुधवार को वकीलों ने विरोध मार्च निकाला था और डीएम डॉक्टर त्यागराजन को ज्ञापन सौंपा था। वकीलों ने एसपी से माफी मांगने की मांग की थी।